नई दिल्ली। 5 राज्यों में 2 राज्यों में भारतीय जनता पार्टी के पिछड़ने की सबसे बड़ी वजह NOTA बना है, पाचों राज्यों में भारी संख्या में मतदाताओं ने किसी भी पार्टी को वोट नहीं देकर NOTA का बटन दबाया है। मध्य प्रदेश और राजस्थान में तो भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच वोटों का जितना अंतर है उससे ज्यादा वोट तो NOTA में डाले जा चुके हैं। सभी पाचों राज्यों में NOTA के तहत डाले गए वोटों की संख्या 15.20 लाख के भी पार पहुंच गई है।
चुनाव आयोग के मुताबिक मध्य प्रदेश में NOTA के तहत 1.4 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 2 प्रतिशत, राजस्थान में 1.3 प्रतिशत, तेलंगाना में 1.1 प्रतिशत और मिजोरम में 0.5 प्रतिशत वोट NOTA को गए हैं। वोटों की गिनती के हिसाब से देखें तो मध्य प्रदेश में 5.42 लाख से ज्यादा, छत्तीसगढ़ में 2.82 लाख से ज्यादा, राजस्थान में 4.67 लाख से अधिक, तेलंगाना में 2.24 लाख से ज्यादा और मिजोरम में 2917 वोट NOTA को गए हैं।
5 राज्यों में NOTA के तहत पड़े वोट
राज्य | वोट प्रतिशत | वोट |
मध्य प्रदेश | 1.4 | 542295 |
छत्तीसगढ़ | 2 | 282744 |
राजस्थान | 1.3 | 467781 |
तेलंगाना | 1.1 | 224709 |
मिजोरम | 0.4 | 2917 |
राजस्थान और मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस को 5.50 बजे तक गिने गए वोटों का अंतर NOTA के तहत गए वोटों से भी कम है। साफ है कि इन दोनो ही राज्यों में लाखों मतदाताओं ने भाजपा और कांग्रेस में से किसी को भी नहीं चुना है। चुनाव विषलेश्कों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी से नाराज वोटरों ने NOTA के पक्ष में वोट डाला है।