कोलकाता. आज बंगाल का सियासी पारा बहुत हाई है। आज बंगाल में अमित शाह सहित कई दिग्गज चुनाव प्रचार कर रहे हैं लेकिन पूरे देश की नजरे टिकी हैं राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर। ममता बनर्जी आज चोट के बाद पहली बार बंगाल के सियासी रण में चुनाव प्रचार करने वाली हैं। थोड़ी देर में ममता कोलकाता में व्हीलचेयर पर रोड शो करेंगी। 5 किलोमीटर का ये रोड शो कोलकाता में मेयो रोड पर गांधी प्रतिमा से शुरू होगा और हाजरा पर खत्म होगा। इस रोड शो के लिए सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं।
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आज रोड शो के लिए ममता का 4 लेयर सुरक्षा कवच तैयार किया गया है। इसमें कोलकाता पुलिस से लेकर सार्दी वर्दी में पुलिसकर्मियों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा ममता बनर्जी के रोड शो के दौरान CISF की बख्तरबंद गाड़ियों को भी लगाया लगाया गया है। साथ ही गांधी मूर्ति से हाजरा तक 12 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इस बार कोलकाता पुलिस ने कोई भी कसर नहीं छोड़ी है क्योंकि ममता बनर्जी को चोट लगने के बाद पुलिस सिक्योरिटी को लेकर सवाल उठे थे इसीलिए पुलिस आज कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहती है।
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अभिषेक बनर्जी भी रहेंगे मौजूद
आज ममता बनर्जी के के साथ उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी भी मौजूद रहेंगे। रोड शो के बाद ममता की पब्लिक रैली भी होनी है। आपको बता दें कि ममता बनर्जी 10 मार्च को नंदीग्राम में थीं, जहां वो नोमिनेशन फाइल करने के बाद रात को प्रचार के वक्त घायल हो गई थीं। ममता बनर्जी ने दावा किया था कि उनपर हमला किया गया है लेकिन घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने इस एक एक्सिडेंट बताया। नंदीग्राम में प्राथमिक उपचार के बाद ममता बनर्जी को कोलकाता के SSKM अस्पताल शिफ्ट किया गया था।पढ़ें- पंचायत ने सुनाया अजीबोगरीब फैसला, प्रेमी युगल से एक दूसरे को चप्पल मारने को कहा
हालांकि ममता बनर्जी ने नंदीग्राम में हुई घटना को अपने ऊपर हमला बताया था लेकिन चुनाव आयोग ने कहा है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को नंदीग्राम की जिस घटना में चोट लगी थी, वह एक दुर्घटना थी और यह कोई सुनियोजित हमला नहीं था। दो चुनाव पर्यवेक्षकों ने शनिवार को चुनाव आयोग को इस बारे में एक रिपोर्ट सौंपी, जिसमें यह कहा गया है। मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) कार्यालय के एक सूत्र ने बताया कि विशेष पर्यवेक्षक अजय नायक और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए विशेष पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दूबे ने यह रिपोर्ट तैयार की है। इसमें बताया गया है कि 10 मार्च को बनर्जी द्वारा नामांकन दाखिल करने के बाद पूर्वी मिदनापुर जिले में नंदीग्राम के बिरुलिया बाजार में यह घटना ‘‘अचानक’’ हुई थी, हालांकि इसकी साजिश होने की बात कही जा रही थी।
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