कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुधवार शाम को नंदीग्राम में चोट लगने से घायल हुई हैं और उन्होंने आरोप लगाया है कि 4-5 लोगों ने उन्हें धक्का दिया है। ममता बनर्जी के घायल होने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात अधिकारियों को लेकर सवाल उठाए हैं। भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल इकाई की तरफ से चुनाव आयोग में इस मामले को लेकर शिकायत की गई है और कहा गया है कि मुख्यमंत्री के सुरक्षा निदेशक और अतीरिक्त निदेश की मौके पर उपस्थिति के बावजूद मुख्यमंत्री घायल कैसे हुईं।
चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए भारतीय जनता पार्टी की तरफ से कहा गया कि बुधवार को नंदीग्राम में हजारों की संख्या में पुलिसबल उपस्थित थे और ऐसे में मुख्यमंत्री की सुरक्षा में सेंध और भी चौंकाने वाली बात है। भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव आयोग से मांग की है कि इस घटना की पूरी तरह से जांच की जाए और सच्चाई को सामने लाने के लिए घटना की वीडियो फुटेज को भी सार्वजनिक किया जाए।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कल देर शाम नंदीग्राम में अपने ऊपर हमले का आरोप लगाया है। उनका कहना था कि चार-पांच लोगों ने उनके ऊपर हमला किया। ममता बनर्जी के पांव, हाथ, गर्दन और कंधे में गहरी चोट आई है। वहीं कुछ लोग इसे हादसा भी बता रहे हैं। इस बीच प्रशासनिक स्तर पर भी इस मामले की जांच शुरू हो गई है। चूंकि ममता बनर्जी एक राज्य की मुख्यमंत्री हैं उन्हें जेड प्लस सुरक्षा मिली हुई है। ऐसे में चार-पांच लोगों का उनपर हमला करना.. उन्हें धक्का देना और भाग जाना कोई सहज बात नहीं है। ऐसे में यह मामला बेहद गंभीर सुरक्षा चूक का हो जाता है। आइये आपको बतातें है कि कैसा है ममता बनर्जी की सुरक्षा का बंदोबस्त।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ज़ेड प्लस सुरक्षा में कुल 18 गाड़ियां रहती हैं। इनमें 4 पायलट कार सबसे आगे रहती है। एडवांस सिक्योरिटी कार में डीएसपी स्तर के अधिकारी होते हैं, फिर एडवांस पायलट कार होती है इसमें भी जिला पुलिस के सब इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी होते हैं। इसके बाद फिर पायलट कार होती है इसमें भी जिला पुलिस के सब इंस्पेक्टर होते हैं, फिर डायरेक्ट ऑफ सिक्योरिटी की गाड़ी रहती है और फिर वीआईपी कार होती है।