जम्मू-कश्मीर में चल रहे पंचायत चुनावों के तीसरे चरण में कश्मीर क्षेत्र में 55.7 प्रतिशत, जबकि जम्मू में 83 प्रतिशत मतदान हुआ। इस दौरान दो प्रतिद्वंद्वी समूह के बीच संघर्ष में सेना का एक अवकाश प्राप्त कैप्टन मतदान केंद्र पर मारा गया।
प्रदेश में पंचायत चुनावों को लेकर आतंकवादियों की धमकी और नेशनल कांफ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी जैसे मुख्य क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के चुनाव बहिष्कार के बावजूद राज्य में तीसरे चरण में भारी मतदान हुआ है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी शालीन काबरा ने बताया कि शनिवार को पंचायत चुनाव के तीसरे चरण में राज्य में 75 फीसदी से अधिक मतदान हुआ। आज राज्य में तीन लाख 20 हजार मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
पुलिस ने बताया कि डोडा जिले के कहारा प्रखंड के जौरा पंचायत में एक मतदान केंद्र पर दो समूहों के बीच तीखी बहस के हिंसक हो जाने की घटना में सेना के मानद कैप्टन (अवकाश प्राप्त) मोहम्मद हाफिज (60) की हत्या हो गई और कई अन्य घायल हो गए। भद्रवाह के सहायक पुलिस अधीक्षक राजिंदर सिंह ने बताया कि घायलों में से दो ही हालत नाजुक है और उन्हें कहारा के अस्पताल में भेजा गया है।
उन्होंने बताया, ‘‘इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ हम संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज करेंगे ।’’ इससे पहले अधिकारियों ने बताया कि मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और 2,773 मतदान केंद्रों पर दोपहर दो बजे मतदान संपन्न हो गया। इनमें कश्मीर क्षेत्र के 918 और जम्मू के 1855 मतदान केंद्र शामिल हैं। गौरतलब है कि राज्य में पंचायत चुनाव 17 नवंबर को शुरू हुआ था, ये नौ चरणों में हो रहा है। ये दलगत आधार पर नहीं हो रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि तीसरे चरण में 358 सरपंच और 1,652 पंच की सीटों के लिए कुल 5,239 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। उन्होंने बताया कि इस चरण में 96 सरपंचों और 1,437 पंचों को निर्विरोध चुना गया। अधिकारियों ने बताया कि 727 मतदान केंद्रों को अति संवेदनशील श्रेणी में रखा गया, जिनमें कश्मीर खंड के 493 और जम्मू खंड के 234 केंद्र शामिल हैं।
प्रथम चरण में पूरे जम्मू-कश्मीर में 74.1 प्रतिशत मतदान हुआ जिसमें कश्मीर में 64.5 , जबकि जम्मू में 79.4 फीसदी मतदान हुआ था। दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को हुआ था, जिसमें 71.1 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। इनमें जम्मू से 80.4 फीसदी ,जबकि कश्मीर से 52.2 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था।