मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर हुए विधानसभा उप चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड जीत दर्ज करते हुए 19 सीटों पर जीत दर्ज की। लेकिन शिवराज और सिंधिया की इस आंधी के बावजूद मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री और डबरा की चर्चित उम्मीदवार इमरती देवी को हार का सामना करना पड़ा है। खासबात यह है कि इमरती देवी को हराने वाले उन्हीें के समधी और कांग्रेस नेता सुरेश राजे हैं।
डबरा का चुनाव पूरे प्रचार के दौरान काफी चर्चा में रहा। दरअसल डबरा में कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे के समर्थन में प्रचार करने पहुंचे कमलनाथ द्वारा इमरती देवी के लिए दिया गया 'आइटम' वाला बयान काफी चर्चा में रहा था। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि जनता 3 नवंबर को इमरती देवी को जलेबी बना देगी। भाजपा ने इस बयान को कई रैलियों में भुनाने की कोशिश की थी। इमरती देवी के सम्मान में राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में 2 घंटे का मौन धरना दिया तो वहीं पार्टी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इंदौर में इस धरने का नेतृत्व किया।
इमरती देवी, उन पूर्व विधायकों में से एक नेता हैं जिन्होंने कुछ महीने पहले कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन थाम लिया था। इमरती देवी को ज्योतिरादित्य सिंधिया का कट्टर समर्थक माना जाता है। ये वही इमरती देवी हैं, जिन्होंने इसी साल मार्च महीने में ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रति अपनी वफादारी को जाहिर करते हुए कहा था कि 'सिंधिया कुएं में गिरे तो हम भी साथ गिरेंगे'।