कोलकाता. पश्चिम बंगाल से बड़ी खबर है। राज्य के हावड़ा के उलूबेरिया नॉर्थ में TMC के एक नेता के घर से ईवीएम और वीवीपैड बरामद की गई है। इस घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया है। जिसके बाद ग्रामीणों ने सेक्टर अधिकारी को पकड़कर प्रदर्शन किया है। उलूबेरिया उत्तर से बीजेपी उम्मीदवार चिरन बेरा ने आरोप लगाया है कि तुलसीबेरिया के एक टीएमसी नेता गौतम घोष को ग्रामीणों ने ईवीएम मशीन और 4 वीवी पैड के साथ पकड़ा, जिसके बाद इलाके में तनाव फैल गया। केंद्रीय बलों और पुलिस ने ग्रामीणों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा।
उन्होंने बताया कि ईवीएम और वीवीपैट जब्त कर लिए गए हैं और अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने बताया, “चार मशीनों का आज के मतदान में इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। हमने जिला निर्वाचन अधिकारी से एक रिपोर्ट मांगी है।” खंड अधिकारी ने दावा किया कि वह इलाके में बहुत देर से पहुंचा और मतदान केंद्र बंद मिला जिसके बाद उसने रात अपने रिश्तेदार के घर पर ठहरने का फैसला किया क्योंकि उसके पास दूसरा कोई “सुरक्षित स्थान” रुकने के लिए नहीं था।
गड़बड़ी का आरोप लगा रहे स्थानीय लोगों के प्रदर्शन के बीच केंद्रीय बलों की बड़ी टीम को इलाके में तैनात करना पड़ा। यहां तक कि भीड़ को शांत कराने पहुंचे प्रखंड विकास अधिकारी (बीडीओ) का भी घेराव किया गया। भाजपा प्रत्याशी चिरन बेरा ने आरोप लगाया कि यह घटना चुनाव में धांधली करने की टीएमसी की योजना का हिस्सा है। सत्तारूढ़ पार्टी ने इस आरोप से इनकार किया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, “यह टीएमसी की पुरानी आदत है। पुरानी आदतें छोड़ने में वक्त लगता है। उन्हें रंगे हाथों पकड़ा गया जो उनकी मंशा को दिखाता है।” चुनाव के तीसरे चरण के तहत इलाके में मतदान जारी है।
इससे पहले असम से भी एक ऐसा ही मामला सामने आ चुका है, जहां एक भाजपा प्रत्याशी की पत्नी के वाहन में EVM ले जाने पर हंगामा हो गया था। इस मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। करीमगंज जिला उप अधीक्षक अनबामुथन एमपी ने मामले की जांच के लिए शुक्रवार रात आदेश जारी किए थे। अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट राजेशन तेरांग को जांच करके तीन दिन में विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा था। आदेश में कहा गया था, "इस घटना ने मतदान वाली ईवीएम की सुरक्षा को खतरा पैदा किया है और कानून व्यवस्था की स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है।"
जांच में यह भी पता लगाया जाएगा कि किन परिस्थितयों में मतदान पार्टी ने निजी वाहन में यात्रा की और इस बात का भी पता लगाया जाएगा कि अधिकारियों की ओर से कहीं कोई चूक थी या कोई साजिश। गौरतलब है कि पिछले बृहस्पतिवार रात को करीमनगर कस्बे के बाहरी इलाके में हिंसा भड़क गई, जिसके बाद पुलिस को हालात नियंत्रित करने के लिए हवा में गोलियां चलानी पड़ी।
दरअसल कुछ लोगों ने देखा की ईवीएम को स्ट्रांग रूम तक ले जाने के लिए भाजपा प्रत्याशी के वाहन का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसका उन्होंने विरोध और हंगामा किया, जिसके बाद चुनाव आयोग ने चार चुनाव अधिकारियों को निलंबित कर दिया और केन्द्र पर दोबारा मतदान कराने के आदेश दिए हैं। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी आयोग से जांच करने को कहा है। इसबीच पुलिस ने घटना के बाद हुई हिंसा को दिखाने के आरोप में कम से कम छह लोगों को गिरफ्तार किया है।