नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में हुई हिंसा की घटना के बाद सितलाकुची के बूथ नंबर 125 का चुनाव निर्वाचन आयोग ने स्थगित कर दिया है। आयोग ने यह कदम विशेष पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के आधार पर उठाया है। कूचबिहार जिले में शनिवार को स्थानीय लोगों द्वारा हमला किए जाने के बाद सीआईएसएफ ने कथित तौर पर गोलियां चलाई जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। ऐसा आरोप है कि स्थानीय लोगों ने सीआईएसएफ जवानों की ‘‘राइफलें छीनने की कोशिश की।’’ पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह घटना सीतलकूची में हुई जब मतदान चल रहा था।
उन्होंने बताया, ‘‘प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार एक गांव में अपने ऊपर हमला किए जाने के बाद सीआईएसएफ जवानों की गोलीबारी में चार लोग मारे गए। वहां झड़प हुई और स्थानीय लोगों ने उनका घेराव कर दिया और उनकी राइफलें छीनने की कोशिश की जिसके बाद केंद्रीय बलों ने गोलियां चलाई।’’ टीएमसी ने दावा किया कि मारे गए चार लोग उसके समर्थक थे। यह पूछे जाने पर कि क्या सीआईएसएफ जवानों के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई है, इस पर अधिकारी ने कहा, ‘‘इसका फैसला निर्वाचन आयोग करेगा। हमारी रिपोर्टों के अनुसार उन्होंने आत्म रक्षा में गोलियां चलाई।’’
एक सूत्र ने बताया कि सीतलकूची के माथाभंगा इलाके में मतदान चलने के दौरान टीएमसी और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प शुरू हो गई। उन्होंने कहा, ‘‘उनमें से कुछ ने एक मतदान केंद्र के बाहर सीआईएसएफ जवानों का घेराव किया और उनकी राइफलें छीनने की कोशिश की जिसके बाद यह घटना हुई।’’ निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने घटना पर जिले के अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। इससे पहले सुबह सीतलकूची निर्वाचन क्षेत्र में ही एक मतदान केंद्र के बाहर अज्ञात लोगों ने पहली बार वोट डालने आए एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। भाजपा के कूचबिहार से सांसद नितिश प्रमाणिक ने टीएसमी समर्थकों पर बूथ पर हमला करने का आरोप लगाया। प्रमाणिक दिनहाटा निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव भी लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘टीएमसी के गुंडों ने बूथ को लूटने के इरादे से उस पर हमला किया। संभवत: केंद्रीय बलों ने आत्म रक्षा में गोलियां चलाई।’’
इनपुट-भाषा