पणजी: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने गुरुवार को विश्वास जताया कि उनकी पार्टी अगले साल होने वाले गोवा विधानसभा चुनाव और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करेगी। उन्होंने कहा कि इतिहास रहा है कि गोवा का विधानसभा चुनाव जीतने वाली पार्टी ने लोकसभा चुनाव में भी जीत दर्ज की है। चिदंबरम पणजी में राज्य चुनाव अभियान कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। वह कांग्रेस के गोवा चुनाव प्रभारी हैं।
‘जो गोवा जीतता है वह दिल्ली भी जीतता है’
चिदंबरम 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार का हवाला देते हुए कहा, ‘एक बात कह दूं। इतिहास रहा है कि जो गोवा जीतता है वह दिल्ली भी जीतता है। 2007 में हमने गोवा जीता, 2009 में हमने दिल्ली जीती। 2012 में, हमने दुर्भाग्य से गोवा खो दिया, 2014 में हमने दिल्ली को भी खो दिया। 2017 में, आपने (पार्टी कार्यकर्ताओं का जिक्र करते हुए) गोवा जीता, लेकिन हमारे विधायक गोवा हार गए थे।’ उनका इशारा 2017 में गोवा विधानसभा में सर्वाधिक सीट जीतकर भी सरकार न बना पाने की ओर था।
गोवा में फिलहाल कांग्रेस के 4 विधायक हैं
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस बार उनकी पार्टी साहस और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रही है और 2022 के विधानसभा चुनाव में गोवा और 2024 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली जीतेगी। 2017 के गोवा विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस 40 सदस्यीय सदन में 17 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी। लेकिन, उस समय बीजेपी ने सरकार बनाने के लिए कुछ क्षेत्रीय संगठनों और निर्दलीय विधायकों के साथ गठबंधन कर लिया था। राज्य में फिलहाल कांग्रेस के 4 विधायक हैं।
‘हम आज के शुभ दिन से शुरुआत कर रहे हैं’
चिदंबरम ने कहा, ‘इतिहास हमारा है। हम आज के शुभ दिन से शुरुआत कर रहे हैं और हमारे कार्यालय का उद्घाटन एक महत्वपूर्ण राजनेता और पूर्व मुख्यमंत्री प्रतापसिंह राणे ने किया है।’ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें 'स्वर्णिम वर्ष' याद रखना चाहिए जब गोवा उद्योग, स्कूल, कॉलेज और सड़कों जैसे क्षेत्रों में प्रगति एवं विकास के पथ पर अग्रसर हुआ। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा, ‘हम गोवा के उस स्वर्णिम युग को वापस लाएंगे और इसकी शुरुआत 2022 से होगी। मेरी कामना है कि आप साहस और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें।’
‘गोवा पर गोवावासियों का ही शासन होगा’
चिदंबरम ने यह भी कहा कि गोवा को ‘कोई राजनीतिक दल’ उपनिवेश नहीं बना सकेगा। उन्होंने किसी भी राजनीतिक संगठन का नाम लिए बिना कहा, ‘गोवा किसी भी आक्रमणकारी का राजनीतिक उपनिवेश नहीं बन सकता। गोवा यहां के लोगों द्वारा शासित होगा। गोवा गोवावासियों का, गोवावासियों द्वारा और गोवावासियों के लिए है। गोवा पर गोवावासियों का ही शासन होगा।’ ज्ञातव्य है कि गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुइज़िन्हो फ़ालेयरो ने पिछले महीने कांग्रेस छोड़ दी थी और ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए।
‘हर ब्लॉक कमेटी का एक कार्यालय होगा’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने राज्य के सामने अपने नेताओं के चेहरे पेश किए हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में पार्टी गोवा में शासन के लिए महिलाओं, अनुसूचित जनजातियों, मछुआरा समुदाय और दलितों सहित और अधिक युवा नेताओं को सामने लाएगी। चिदंबरम ने यह भी कहा कि वह पार्टी कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करेंगे कि कैसे चुनाव कार्यालयों को ‘जीवंत चुनाव कार्यालयों’ में परिवर्तित किया जाए। उन्होंने कहा, ‘हर ब्लॉक कमेटी का एक कार्यालय होगा और यह ब्लॉक चुनाव प्रचार कार्यालय के रूप में कार्य करेगा।’
‘कांग्रेस को और अधिक वोट हासिल करने चाहिए’
चिदंबरम ने कार्यकर्ताओं से यह भी कहा कि उन लोगों ने योजना और चर्चा पर पर्याप्त समय बिताया है और अब समय आ गया है कि मैदान में जाकर काम शुरू किया जाए। उन्होंने कहा, ‘अभी से 100 दिनों के बीच चुनाव होंगे। मुझे चुनाव की तारीख नहीं पता, लेकिन आज से 100 दिन गिनने दीजिए। हर दिन हमें आगे बढ़ना चाहिए, अधिक से अधिक दिल जीतना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस को और अधिक वोट हासिल करने चाहिए और पूरे गोवा तथा देश को एक विश्वसनीय संदेश देना चाहिए कि तटीय राज्य गोवा 2022 में कांग्रेस की सरकार देखेगा।