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सरकार को सर्दी के बाद जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराने चाहिए: गुलाम नबी आजाद

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि प्राथमिकता यह नहीं है कि कौन मुख्यमंत्री बने, बल्कि यह है जम्मू-कश्मीर में 4 अगस्त, 2019 की स्थिति को कैसे बहाल किया जाए।

Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Published on: November 27, 2021 18:51 IST
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Image Source : PTI कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने शनिवार को कहा कि केंद्र को फरवरी तक जम्मू-कश्मीर में परिसीमन प्रक्रिया पूरी करानी चाहिए।

Highlights

  • गुलाम नबी आजाद ने शनिवार को कहा कि केंद्र को सर्दी के तुरंत बाद विधानसभा चुनाव कराने चाहिए।
  • गुलाम नबी आजाद ने यह भी कहा कि सर्दी के अगले चार महीने में चुनाव कराना संभव नहीं है।
  • कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग कश्मीर केंद्रित नहीं है।

श्रीनगर: कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने शनिवार को कहा कि केंद्र को फरवरी तक जम्मू-कश्मीर में परिसीमन प्रक्रिया पूरी करके सर्दी के तुरंत बाद विधानसभा चुनाव कराने चाहिए। श्रीनगर से लगभग 75 किलोमीटर दूर दक्षिण कश्मीर के कुलगाम के देवसर इलाके में कार्यकर्ताओं की सभा को संबोधित करते हुए आजाद ने यह भी कहा कि सर्दी के अगले चार महीने में चुनाव कराना संभव नहीं है। उन्होंने कहा, 'अगले 4 महीने में चुनाव संभव नहीं हैं और अगर वे (केंद्र) चाहें तो भी हम ना कहेंगे।’

‘पहले राज्य का दर्जा बहाल किया जाए’

आजाद ने कहा, ‘हम सभी ने (जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई) सर्वदलीय बैठक में कहा था कि पहले राज्य का दर्जा बहाल किया जाए और फिर परिसीमन होना चाहिये। लेकिन, सरकार ने इसे स्वीकार नहीं किया। इसलिए, उन्हें फरवरी तक परिसीमन प्रक्रिया समाप्त करनी चाहिए और सर्दी खत्म होने के बाद, अप्रैल में चुनाव होने चाहिये।’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि प्राथमिकता यह नहीं है कि कौन मुख्यमंत्री बने, बल्कि यह है जम्मू-कश्मीर में 4 अगस्त, 2019 की स्थिति को कैसे बहाल किया जाए।

‘राज्य के दर्जे को लेकर कोई लड़ाई नहीं’
आजाद ने कहा, ‘प्राथमिकता मुख्यमंत्री को लेकर नहीं है, यह मुद्दा ही नहीं है। प्राथमिकता यह है कि 4 अगस्त 2019 की स्थिति को कैसे बहाल किया जाए। ऐसा राज्य का दर्जा बहाल करने और फिर विधानसभा चुनाव कराने से होगा।’ आजाद ने कहा कि राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग कश्मीर केंद्रित नहीं है। उन्होंने कहा, ‘राज्य के दर्जे को लेकर कोई लड़ाई नहीं है। जम्मू में हिंदू भाई, कश्मीर में सिख, मुसलमान और यहां तक कि पंडित भी राज्य का दर्जा चाहते हैं।’

‘बीजेपी के नेता भी राज्य का दर्जा चाहते हैं’
आजाद ने कहा कि कोई ये न समझे कि केवल कश्मीरी ही राज्य का दर्जा चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘मैंने बार-बार कहा है और यहां तक कि सर्वदलीय बैठक में भी कहा है कि बीजेपी के नेता भी राज्य का दर्जा चाहते हैं।’

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