लखनऊ: लोकसभा चुनाव में 60 सीटें जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) को विधानसभा उपचुनाव में बाराबंकी जिले की जैदपुर सीट गंवाने और मत प्रतिशत घटने की चिंता सता रही है। पार्टी की प्रदेश इकाई के वरिष्ठ नेता इस हार के कारण तलाशने के लिए जिम्मेदार लोगों के साथ समीक्षा करेंगे। पार्टी सूत्रों ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और महामंत्री सुनील बसंल 11 सीटों के लिए दी गई जिम्मेदारी वाले प्रभारियों को बुलाकर स्थिति से रूबरू होंगे और घटे मत प्रतिशत के साथ ही हार की जमीनी हकीकत का पता लगाएंगे।
दरअसल, आने वाले समय में पार्टी को विधान परिषद और पंचायत के चुनावों की तैयारी भी करनी है। अगर स्थानीय स्तर पर यह समीकरण न सुधरा तो मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इसलिए पार्टी कोई भी चूक नहीं करना चाहती है।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि "हमने विपक्षियों की तुलना में बहुत अच्छी तैयारी की थी। जहां चुनाव होने थे, वहां मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष बूथ स्तर की बैठकें भी कर चुके थे। अब सभी जगह की बूथ समितियों की हकीकत का भी नए सिरे से आकलन किया जाएगा। जहां पर जो भी खामी है, उसे दूर किया जाएगा।"
उन्होंने कहा, "एक सीट निकलने का गम नहीं है। हर सीट पर जो मत प्रतिशत घटा है, शीर्ष नेतृत्व को उसकी चिंता ज्यादा है। चूक कहां हुई यह तो समीक्षा में पता चलेगा, लेकिन पार्टी उससे पहले अपने को मजबूत करके आगे चुनाव में उतरेगी। परिषद और पंचायत का चुनाव देखते हुए संगठन अपनी रणनीति बदलेगा। साथ ही नए सिरे से समीक्षा भी करेगी।"
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता हरीश श्रीवास्तव ने कहा, "पार्टी हर चीज की समीक्षा करेगी। वोट प्रतिशत घटने की तुलना आम विधानसभा चुनाव से नहीं की जा सकती है। फिर भी हमारी पार्टी हर सीट की गहनता से समीक्षा करेगी। जहां जो खामी होगी, उसे दूर करने का प्रयास किया जाएगा।"