नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में नाराज कार्यकर्ताओं को शांत करने के प्रयास में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उन तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेताओं की एक सूची तैयार की है, जो हाल ही में पार्टी में शामिल हुए हैं और उन्हें विधानसभा चुनाव लड़ने के टिकट से वंचित कर दिया गया है। भाजपा नेता कार्यकर्ताओं को समझाएंगे कि टिकट केवल उन्हीं को दिया जाता है, जिनके जीतने की सबसे अधिक संभावना होती है।
भाजपा की ओर से राज्य चुनावों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा के बाद, भगवा पार्टी के कार्यकर्ताओं की ओर से उनके चहेते नेताओं को टिकट नहीं दिए जाने और हाल ही में भगवा पार्टी में शामिल होने वाले नेताओं को टिकट दिए जाने को लेकर कोलकाता में पार्टी कार्यालय और राज्य के अन्य जिलों के कार्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किया था। पश्चिम बंगाल भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि कुछ उम्मीदवार, जिन्हें टिकट दिया गया है, वे पहले भगवा पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हमला कर चुके हैं, जब वे सत्तारूढ़ टीएमसी में थे।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, "यह सच है कि विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कुछ दलबदलू नेताओं को भाजपा का टिकट मिला है, लेकिन यह भी सच है कि जो हमारे साथ शामिल हुए हैं, उनमें से सभी को तो टिकट नहीं मिला है।"
पिछले छह से आठ महीनों में ममता बनर्जी सरकार में मंत्री, विधायक और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं सहित कई टीएमसी नेता भाजपा में शामिल हुए थे। शुभेंदु अधकारी और राजीव बनर्जी जैसे कुछ बड़े नामों के साथ कई अन्य विधायकों को भाजपा का टिकट मिला है। पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने कहा कि भाजपा में शामिल होने वाले लगभग ढाई दर्जन वरिष्ठ टीएमसी नेताओं को टिकट से वंचित कर दिया गया और सूची तैयार की जा रही है।
उन्होंने कहा, हमारे वरिष्ठ नेताओं ने असंतुष्ट कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करते हुए उन्हें बताया कि कई ऐसे हैं, जो हाल के दिनों में भाजपा में शामिल हुए और उन्हें टिकट देने को लेकर विचार नहीं किया गया। टिकट से वंचित रहने दलबदलू नेताओं की सूची भाजपा के सभी वरिष्ठ नेताओं को दी गई है, ताकि वे उत्तेजित कार्यकर्ताओं को इस संबंध में सूचित करके समझा सकें। उन्होंने कहा, "हमें अपने कार्यकर्ताओं को यह समझाना होगा कि जिन नेताओं को जमीनी समर्थन प्राप्त नहीं है, उन्हें पार्टी का टिकट नहीं दिया गया है। केवल योग्य लोगों को ही टिकट मिला है।"
इनपुट-आईएएनएस