कोलकाता: पश्चिम बंगाल में पहले चरण की वोटिंग के दौरान भाजपा नेताओं ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की और कुछ अपराधियों की सूची सौंपी। भाजपा के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने इसकी जानकारी दी। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, "हमने कुछ अपराधियों खासकर नंदीग्राम के अपराधियों की एक सूची भी चुनाव आयोग को दी है।"
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, "6 सालों में यह पहला चुनाव है, जिसमें कम हिंसा हुई और लोगों ने निर्भीकता से मतदान किया। हम चुनाव आयोग को धन्यवाद और सलाह देने आए थे कि अगर लिस्टिड असामाजिक तत्वों को चुनाव से पहले गिरफ़्तार कर लिया गया तो दूसरे चरण में 10% मतदान केंद्रों पर भी हिंसा नहीं होगी।"
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण में शनिवार हिंसा की छिटपुट घटनाएं हुईं, लेकिन कुल मिलाकर माहौल शांतिपूर्ण रहा। अधिकारियों ने बताया कि राज्य में कड़ी सुरक्षा के बीच 30 सीटों पर मतदान हो रहा है, जिनमें से ज्यादातर सीटें कभी नक्सल प्रभावित इलाका रहे जंगल महल में हैं।
पुरुलिया में सभी नौ सीटों, बांकुड़ा में चार, झाड़ग्राम में चार, पश्चिमी मेदिनीपुर में छह सीटों और पूर्व मेदिनीपुर में सात सीटों पर कोविड-19 संबंधी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए मतदान कराया जा रहा है। पूर्व मेदिनीपुर के कांठी दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं ने ईवीएम मशीनों में खराबी आने पर एक मतदान केंद्र के बाहर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने माजना में मतदान केंद्र के बाहर सड़क बाधित की और आरोप लगाया कि वीवीपीएटी पर्चे में दिख रहा है कि उन्होंने जिस पार्टी के लिए मतदान किया है, उसके बजाए मत किसी अन्य पार्टी को पड़ा है। निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि हालात को नियंत्रण में करने के लिए घटनास्थल पर केंद्रीय बलों का एक दल तैनात किया गया है।
भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया कि उसके नेता शुभेंदु अधिकारी के छोटे भाई सौमेंदु पर कांठी में तृणमूल समर्थकों ने हमला किया और उनकी कार में तोड़फोड़ की गईं पार्टी ने आरोप लगाया कि इस हमले में सौमेंदु का चालक घायल हो गया। पुलिस ने बताया कि इसी जिले के सालबोनी इलाके में तृणमूल समर्थकों ने माकपा उम्मीदवार सुशांत घोष से कथित तौर पर हाथापाई की और उनके वाहन पर पथराव किया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जैसे ही घोष सालबोनी बाजार पहुंचे तो कुछ तृणमूल समर्थकों ने उनका घेराव कर लिया और उनसे हाथापाई की। इसके बाद उन्होंने घोष की कार पर भी हमला किया। इलाके में तैनात पुलिस कर्मियों ने उन्हें बचाया और सुरक्षित निकाल कर ले गए। वाम मोर्चा सरकार में मंत्री रहे घोष ने कहा, ‘‘यह लोकतंत्र पर हमला है। जंगल राज चल रहा है।’’
घटना की रिपोर्टिंग कर रहे कुछ पत्रकारों से भी हाथापाई की गई। चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि घटना के संबंध में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और जिला प्रशासन से एक रिपोर्ट मांगी गई है। तृणमूल ने इसमें किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है।
इस बीच, पुलिस ने बताया कि पश्चिम मेदिनीपुर जिले के बेगमपुर इलाके में एक व्यक्ति मृत पाया गया है। उसकी उम्र 30 वर्ष के आसपास बताई जा रही है। उन्होंने बताया कि उसकी पहचान मंगल सोरेन के रूप में की गई है। उसका शव उसके घर के बाहर बरामद किया गया। भाजपा ने दावा किया कि सोरेन उसका समर्थक था और तृणमूल के ‘‘गुंडों’’ ने कथित तौर पर उसकी हत्या की।
गौरतलब है कि राज्य 30 सीटों पर 73 लाख से अधिक मतदाता 191 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। अधिकारियों ने बताया कि मतदान शाम छह बजे तक चलेगा और कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान कराया जा रहा है। निर्वाचन आयोग ने 7,061 परिसरों में बनाए 10,288 मतदान केंद्रों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय बलों की करीब 730 टुकड़ियों को तैनात किया है।