हैदराबाद। इस बार होने जा रहे हैदराबाद नगर निगम (GHMC) चुनावों पर पूरे देश की नजर टिकी हुई है, लेकिन जो बात हैरान करने वाली है वह यह है कि चुनाव इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (EVM) की जगह मत पर्ची (Ballot Paper) के जरिए हो रहे हैं। राज्य चुनाव आयोग ने बैलेट पेपर से चुनाव कराने की पूरी तैयारी भी कर ली है। आखिर क्या वजह है कि हैदराबाद नगर निगम चुनाव Ballot Paper से करवाए जा रहे हैं?
इंडिया टीवी ने जब यह सवाल राज्य चुनाव आयोग के अधिकारियों से किया तो उन्होंने बताया कि कोरोना को देखते हुए और सभी राजनीतिक दलों से बात करने के बाद ही यह तय हुआ है कि चुनाव Ballot Paper से करवाए जाएं। राज्य चुनाव आयोग ने बताया कि वोटिंग मशीन पर मतदाता कुछ बटनों को बार बार दबाएंगे जिससे कोरोना के फैलने का खतरा ज्यादा है। लेकिन अगर मतदान Ballot Paper से होते हैं तो उससे कोरोना के फैलने का खतरा कम है। चुनाव आयोग के अधिकारी ने बताया कि सभी राजनीतिक दलों से बातचीत के बाद ही Ballot Paper से चुनाव कराए जाने का फैसला हुआ है। पिछली बार 2002 में हुए चुनाव के दौरान Ballot Paper का इस्तेमाल हुआ था, उस समय हैदराबाद नगर निगम में 100 वार्ड हुआ करते थे लेकिन बाद में जब ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम का गठन हुआ और 150 वार्ड बन गए तो इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन से मतदान शुरु हुआ। हालांकि लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनावों के दौरान EVM का इस्तेमाल हुआ था।
राज्य चुनाव आयोग ने Ballot Paper से हैदराबाद नगर निगम चुनाव कराने की पूरी तैयारी कर ली है, इन चुनावों में कुल 7444260 मतदाता हैं और चुनाव आयोग ने 8188686 Ballot Paper छपवा रखे हैं। हैदराबाद नगर निगम चुनावों में अलग-अलग राजनीतिक दलों के कुल 1122 प्रत्याशी भाग ले रहे हैं। कुल 150 वार्डों के लिए पहली दिसंबर को मतदान होगा जिसमें सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्रीय समिति ने सभी 150 सीटों के लिए प्रत्याशी उतारे हुए हैं जबकि भाजपा ने 149, कांग्रेस ने 146 और असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM ने 51 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हुए हैं। चुनाव परिणाम 4 दिसंबर को घोषित होगा।