नई दिल्ली। रामानंद सागर के प्रसिद्ध सीरियल 'रामायण' के किरदारों का राजनीति से बहुत पुराना कनेक्शन है। ऐसा कोई पहली बार नहीं है जब पर्दे पर आने वाले एक्टर लोगों के बीच अपने लिए वोट मांगने जाएंगे। सिनेमा और राजनीति का अपना पुराना रिश्ता है। रामायण के फेमस एक्टर्स भी अपनी किस्मत चुनाव में आजमा चुके हैं। आपको बता दें, 'रामायण' सीरियल में राम की भूमिका निभा चुके अरुण गोविल से पहले 'रामायण' के दूसरे कलाकार भी राजनीति में आ चुके हैं। रामायण में 'सीता' की भूमिका निभाने वाली दीपिका चिखलिया के अलावा ‘हनुमान’ की भूमिका निभाने वाले दारा सिंह और ‘रावण’ की भूमिका निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी भी राजनीति में उतर चुके हैं। दीपिका चिखलिया बीजेपी के टिकट पर दो बार चुनाव भी लड़ चुकी हैं।
क्या कांग्रेस से चुनाव लड़ना चाहते थे अरुण गोविल?
रामानंद सागर की रामायण सीरियल में भगवान राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल की फैन फॉलोइंग का फायदा कांग्रेस उठाना चाहती थी। अरुण गोविल को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़वाना चाहते थे, लेकिन तब अरुण गोविल ने ऑफर ठुकरा दिया था। इंडिया टुडे में साल 1988 में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस ने अरुण गोविल को पार्टी में शामिल किया था। हालांकि, वह अपनी छवि के चलते कभी चुनाव नहीं लड़े। टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी उन्हें इंदौर से टिकट देना चाहती थी। हालांकि, ऐसा कुछ हुआ नहीं।
पश्चिम बंगाल में पार्टी के लिए प्रचार करेंगे अरुण गोविल
पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और ऐसे में अभिनेता से नेता बने अरुण गोविल का बीजेपी में शामिल होना बहुत खास माना जा रहा है। हालांकि, पार्टी में अरुण गोविल की जिम्मेदारी क्या होगी यह अभी साफ नहीं है। कयास लगाए जा रहे हैं कि गोविल विधानसभा चुनाव भी लड़ सकते हैं। हालांकि, इस बारे में पार्टी या खुद गोविल की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। बताया जा रहा है कि बीजेपी में शामिल होने के बाद अरुण गोविल अब पश्चिम बंगाल में पार्टी के लिए प्रचार भी करेंगे।
जब एक पार्टी से सांसद बने 'सीता' और 'रावण'
बता दें कि, साल 1991 के आम चुनाव में रामायण के दो एक्टर दीपिका चिखलिया (सीता) और अरविंद त्रिवेदी (रावण) गुजरात के चुनावी मैदान में उतरे। दोनों को ही भारतीय जनता पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया। बीजेपी के टिकट पर ही 'रामायण' में रावण का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी ने साल 1991 में गुजरात के साबरकांठा सीट से चुनाव जीता था। 'रामायण' की 'सीता' यानी दीपिका चिखलिया ने भी बीजेपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा।
दीपिका चिखलिया 1991 में गुजरात की बड़ौदा सीट से चुनाव जीतकर संसद पहुंचीं। दीपिका ने हाल ही में एक तस्वीर भी शेयर की, जिसमें वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी के साथ चुनाव प्रचार में नजर आ रही हैं। दीपिका ने इस चुनाव में 276,038 मत हासिल किए थे, जबकि उनके विरोधी कांग्रेस के उम्मीदवार को 241,850 वोट मिले थे।
महाभारत सीरियल की द्रौपदी रूपा गांगुली इस समय राज्यसभा सांसद हैं और पश्चिम बंगाल में बीजेपी के लिए प्रचार में जुटी हैं। 2015 में बीजेपी में शामिल हुईं रूपा गांगुली पश्चिम बंगाल में पार्टी का बड़ा चेहरा बन चुकी हैं। महाभारत सीरियल में कृष्ण की भूमिका निभाने वाले नीतीश भारद्वाज 1996 से 1998 तक बीजेपी के लोकसभा सांसद रहे।
हनुमान को भेजा था राज्यसभा
भारत के मशहूर रेसलर और रामायण में हनुमान बने दारा सिंह को 2003 में राज्यसभा के लिए नोमिनेटेड किया गया था। अटल बिहार वाजयपेयी के कार्यकाल में बीजेपी ने दारा सिंह को राज्यसभा भेजा था।
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