नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि कोरोनावायरस को राजनीतिक दृष्टि से नहीं देखा जाना चाहिए। बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान इंडिया टीवी को दिए गए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू के दौरान शाह ने यह बयान दिया। उन्होंने कहा, ''कोरोना को राजनीतिक दृष्टि से नहीं देखा जाना चाहिए, मुझे लगता है कि मोदी जी के नेतृत्व में सभी राज्यों ने ठीक प्रयास किया है और अच्छे से लड़े हैं, लेकिन यह बीमारी ही ऐसी है जिसके फैलने पर किसी का कंट्रोल नहीं है, इसको एक अलग दृष्टि से देखना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने सभी मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग तय की है और उसमें सभी मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा की जाएगी।''
बता दें कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव अभियान के तेज़ी पकड़ते ही इसके साथ कोरोना के मामले भी तेज़ी से बढ़ रहे हैं। पश्चिम बंगाल में होने वाली चुनावी रैलियों में हिस्सा लेने आए ज्यादातर लोग बिना मास्क पहने दिखते हैं। यहां तक कि विशेषज्ञों ने भी चेताया है कि विधानसभा चुनाव ख़त्म होने पर बंगाल में कोरोना संक्रमण का नया रिकॉर्ड बन सकता है। उनका कहना है कि आठ चरणों तक चलने वाली चुनाव प्रक्रिया कोरोना के लिहाज़ से भारी साबित हो सकती है।
कोरोना से इस समय ऑल इंडिया इमरजेंसी लग चुकी है। महाराष्ट्र से छत्तीसगढ़ तक कोरोना ने ऐसा कोहराम मचाया है जो पिछले साल भी नहीं था। सबसे ज़्यादा डराने वाला आंकड़ा पिछले 24 घंटे का है क्योंकि एक लाख 26 हज़ार से ज़्यादा नए केस सामने आए हैं। महाराष्ट्र में एक बार फिर कोरोना का ब्लास्ट हुआ है, यहां करीब 60 हज़ार नए केस निकले हैं और हैरानी की बात ये है कि हर दिन के साथ ये आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। दूसरी ओर छत्तीसगढ़ की सिचुएशन बहुत ज़्यादा अलार्मिंग है जहां कोरोना से 24 घंटे में 10 हज़ार से ज्यादा लोग पॉज़िटिव निकले हैं। यूपी में हालात ये है कि कोरोना को कंट्रोल करने के लिए कई शहरों में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है।