Highlights
- हाल ही में राजा भैया ने समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव से की थी मुलाकात
- मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री रहते राजा भैया पर लगा पोटा हटाया था
- अखिलेश यादव ने कहा कि उनका राजा भैया से कोई गठबंधन नहीं हो रहा है
लखनऊ: यूपी में अगले साल यानी 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों ने तैयारियां तेज कर दी हैं। समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को लेकर बयान दिया है। अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि उनका राजा भैया से कोई गठबंधन नहीं हो रहा। प्रतापगढ़ में राजा भैया के बारे में पूछे जाने पर अखिलेश यादव ने कहा कि कौन है राजा भैया? किनका नाम ले रहे हो?
बता दें कि, अभी तीन दिन पहले राजा भैया ने लखनऊ में समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की थी। तब अटकलें लगाई जा रही थी कि राजा भैया अखिलेश यादव के साथ जा सकते है, लेकिन रविवार को अखिलेश यादव ने इन अटकलों पर विराम लगा दिया। बता दें कि, राजा भैया अखिलेश और मुलायम सरकार में मंत्री थे। मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री रहते राजा भैया पर लगा पोटा हटाया था।
मालूम हो कि, राजा भैया पर आतंकवाद निरोधक अधिनियम (पोटा) मायावती ने मुख्यमंत्री रहते लगाया था। पिछले साल यूपी में हुए राज्यसभा चुनाव में राजा भैया ने बीजेपी को वोट दिया था जबकि वोट डालने के पहले अखिलेश यादव ने राजा भैया के साथ फोटो ट्वीट भी की थी। राजा भैया के इस कदम से अखिलेश काफी नाराज हुए थे। राजा भैया के नाम से जाने जाने वाले रघुराज प्रताप सिंह प्रतापगढ़ के कुंडा सीट से 1993 से विधायक हैं, लगातार छह चुनाव राजा भैया ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीते हैं। अब राजा भैया ने जनसत्ता दल के नाम से अपनी पार्टी बना ली है।