लखनऊ. बधुवार को यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने इंडिया टीवी के कार्यक्रम 'चुनाव मंच' में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने भाजपा और योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सीएम योगी को यह बताना होगा कि किन-किन जिलों को सड़क मार्ग से जोड़ा गया है। उनसे पूछें कि पिछले 4.5 वर्षों में कौन सा नया बिजली संयंत्र स्थापित किया गया है। उन्होंने विद्युतीकरण की प्रक्रिया को धीमा करने की कोशिश की है। ताकि लोगों को सस्ती बिजली न मिले। यूपी में जितनी बिजली उपलब्ध है, वह समाजवादी सरकार के काम की वजह से है।
चुनाव मंच में अखिलेश यादव ने कहा कि बनारस को 24 घंटे बिजली देने का काम हमने किया था। बिजली के लिए भाजपा नेताओं ने मांग की थी क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी का संसदीय क्षेत्र है। हमने उनसे कहा था कि बनारस को 24 घंटे बिजली मिलेगी लेकिन केंद्र को कह दीजिए कि यूपी का बिजली कोटा बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश चुनाव में कोरोना के साथ बेरोजगारी पेट्रोल डीजल, किसान के साथ धोखा, महंगाई सबकुछ मुद्दे होंगे।
जब उनसे सवाल किया गया कि सपा सरकार पर सिर्फ सैफई के विकास के आरोप लगते हैं तो उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार को पूरे यूपी को सैफई बना देना चाहिए। जब इतना निवेश आ रहा है तो क्यों ने पूरे यूपी का सैफई की तरह विकास कर दिया जाए।
मोदी-योगी सरकार द्वारा किए जा रहे विज्ञापन पर उन्होंने कहा कि जिनके पास धन है वो विज्ञापन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ईमानदार होने का दावा करती है लेकिन कृपया बताइए कि आपने गंगा प्रोजेक्ट पर कितने खर्च किए। क्राइम बहुत ज्यादा है। सरकार केवल विज्ञापन पर खर्च कर रही है।
अखिलेश यादव ने कहा कि योगी सरकार में कोई भी सच नहीं बोल सकता है। NCRB डेटा सच्चाई दिखाता है। महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ सकता है। हर तरीके का अपराध बढ़ा है। राज्य सरकार द्वारा विकास और निवेश के दावों को झूठा बताते हुए कहा कि निवेश के नाम पर सिर्फ अमेरिका की बिल्डिंग और कोलकाता का पुल बनाया गया।