नई दिल्ली। राजस्थान में सोमवार को हुए मंत्रीमंडल विस्तार में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का खेमा उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के खेमे पर भारी पड़ता हुआ दिखा है। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री के खेमे से ज्यादा लोगों को मंत्री बनाया गया है। कुल 23 लोगों ने मंत्रीपद की शपथ ली है और सूत्रों के मुताबिक इसमें करीब 60 प्रतिशत मंत्री अशोक गहलोत खेमे के हैं। इनमें 13 केबिनेट स्तर के मंत्री है और 10 राज्य मंत्री
हालांकि मंत्री पद आबंटित करते समय राजस्थान में जातियों के समिकरण को ध्यान में रखा गया है, 2 मंत्री राजपूत समुदाय से, 3 वैश्य, 2 ब्राह्मण, 4 जाट, 3 अनुसूचित जनजाती, 4 अनुसूचित जाती, 3 अन्य पिछड़ा वर्ग, 1 गुर्जर और 1 मुस्लिम समुदाय से है।
जिलावार देखा जाए तो सबसे ज्यादा 3-3 मंत्री जयपुर और भरतपुर जिले से हैं, 14 जिलों से कोई भी मंत्री नहीं बनाया गया है। दौसा और बीकानेर से 2-2, तथा अलवर, चुरू, चित्तौड़, जालौर, बूंदी, अजमेर, कोटा, बाड़मेर, करौली, जैसलमेर, सीकर, बांसवाड़ा और बारां से 1-1 मंत्री बनाया गया है।
नए मंत्रीमंडल में 18 चेहरे ऐसे हैं जिन्हें पहली बार मंत्री बनाया गया है जबकि राजस्थान में दिग्गज कांग्रेस नेता सीपी जोशी, हेमाराज चौधरी, परसराम मोरदिया, महेश जोशी, भरत सिंह, राजकुमार शर्मा और दीपेंद्र सिंह शेखावत को मंत्री नहीं बनाया गया है।