लालदुहोमा ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के नेता और मिजोरम के पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं। वर्ष 2018 के मिजोरम विधानसभा चुनाव मेंउन्होंने एमएनएफ और कांग्रेस के उम्मीदवारों को हराकर आइजोल पश्चिम- I और सेरछिप दो सीटों से जीत हासिल की थी। लालदुहोमा ने आइजोल पश्चिम- I सीट छोड़ दी। उन्हें विपक्ष का नेता चुना गया। इस बार के विधानसभा चुनाव में वे एक बार फिर से सेरछिप सीट से मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के जे माल्सावमजुआला वानचावंग, कांग्रेस के आर वनलालट्लुआंगा और भारतीय जनता पार्टी के के वनलालरुआती के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। लालदुहोमा ज़ोरम नेशनलिस्ट पार्टी (जेडएनपी) के संस्थापक भी रहे और उन्होंने कोलासिब निर्वाचन क्षेत्र से इस पार्टी के टिकट पर 2013 का विधानसभा चुनाव लड़ा था। लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। लालदुहोमा कुछ समय के लिए एमएनएफ के सदस्य भी रहे और 1993 में एमएनएफ के टिकट पर बिलखावत्लिर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन असफल रहे। दलबदल विरोधी कानून का उल्लंघन करने के आरोप में उन्हें विधायक के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था। हालांकि बाद में हुए उपचुनाव में वे सेरछिप सीट से फिर से चुने गए। लालदुहोमा ने 1984 में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर लोकसभा का चुनाव भी जीता था। वह मिजोरम से लोकसभा के सदस्य थे।