आइजोल: मिजोरम में कांग्रेस के सत्ता में बरकरार रहने का विश्वास जताते हुए मुख्यमंत्री लल थनहवला ने सोमवार को कहा कि राज्य में अपना खाता खोलने के लिए भाजपा को पांच वर्ष और प्रतीक्षा करनी होगी। उन्होंने आरोप लगाया कि भगवा दल धनशक्ति से वोटों को ‘‘खरीदने’’ का प्रयास कर रहा है। पीटीआई-भाषा को दिए साक्षात्कार में नौ बार विधायक रहे मुख्यमंत्री थनहवला ने आरोप लगाए कि भाजपा चकमा और ब्रू समुदायों के नेताओं को गुवाहाटी ले जाकर और ‘‘आरएसएस की विचारधारा से उनकी मति फेर कर’’उनके वोट खरीदने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र में सत्तारूढ़ दल के तौर पर उन्हें मिजोरम में खाता खोलने का प्रयास करना चाहिए जो वे अभी तक नहीं कर पाए हैं। उनका स्वागत है लेकिन मैं उन्हें सलाह दूंगा कि धन शक्ति से मिजोरम के लोगों को बर्बाद नहीं करें। मिजोरम में धन की कभी कोई भूमिका नहीं रही। मिजोरम में चुनाव सबसे निष्पक्ष, स्वतंत्र और शांतिपूर्ण रहा।’’ पिछले दस वर्षों में भाजपा के सबसे जोरदार चुनाव प्रचार के बारे में थनहवला ने कहा, ‘‘खाली बर्तन तेज आवाज करता है।’’ उन्होंने अनुमान जताया कि बुधवार को होने वाले 40 सदस्यीय विधानसभा चुनाव में भाजपा को एक भी सीट मिलने की संभावना नहीं है।
चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और जितेन्द्र सिंह ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर जोरदार हमले किए और पहाड़ी राज्य में विकास नहीं होने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाए, ‘‘वे चकमा और ब्रू जैसे सुक्ष्म अल्पसंख्यक इलाकों में काफी धन खर्च कर रहे हैं। उन्होंने उनके नेताओं को गुवाहाटी भेज दिया ताकि उन्हें आरएसएस की विचारधारा से ओत-प्रोत किया जा सके। हिमांता बिस्व सरमा बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। वह काफी संख्या में ब्रू नेताओं को गुवाहाटी और अन्य स्थानों पर ले गए और उनकी मति फेरने का प्रयास कर रहे हैं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वह धन शक्ति से उन्हें खरीदने का प्रयास कर रहे हैं। मुझे नहीं पता कि वह कितनों को खरीद सकते हैं। लेकिन मैंने उनसे (चकमा और ब्रू से) कहा कि उन्हें अपनी परम्परा नहीं भूलनी चाहिए। लोग उन्हें खरीदने का प्रयास कर रहे हैं। अन्यथा वह केवल सुक्ष्म अल्पसंख्यक वाले इलाकों पर ध्यान क्यों केंद्रित करते?’’ यह पूछने पर कि असम के मंत्री और भाजपा नेता सरमा ने बयान दिया था कि मिजोरम कांग्रेस के साथ भाजपा गठबंधन कर सकती है, तो थनहवला ने इससे इंकार किया।