शिलांग: मेघालय में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी कांग्रेस ने राज्यपाल गंगा प्रसाद से मुलाकात करके सरकार बनाने का दावा पेश किया है। कांग्रेस के तीन नेताओं कमलनाथ, अहमद पटेल और सीपी जोशी ने शनिवार रात सात बजे राज्यपाल से मुलाकात की है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ ने कहा कि हमने राज्यपाल से मुलाकात की और उनसे कहा कि परंपरा के मुताबिक, सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बाद राज्य में सरकार बनाने के लिए पहले उन्हें आमंत्रित किया जाए। पिछले महीने हुये चुनाव में राज्य की 59 सीटों में से 21 सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा किया है। बहुमत के लिए पार्टी 10 सीटों से पीछे रह गयी। पार्टी सूत्रों ने बताया कि सरकार बनाने के प्रयास के तहत कमलनाथ, पटेल और जोशी दिल्ली से मेघालय पहुंचे हैं। कांग्रेस को त्रिपुरा और नगालैंड में तगड़ा झटका लगा है। वहीं बीजेपी भी राज्य में गैर कांग्रेसी सरकार बनाने के लिए पूरी कोशिश में लगी हुई है।
सूत्रों की माने तो बीजेपी ने यहां भी सरकार बनाने के लिए जरूरी नंबर जुटा लिए हैं। सूत्रों के अनुसार बीजेपी के पास कुल 34 विधायकों का समर्थन है। इनमें खुद बीजेपी के 2, एनपपी के 19, यूडीपी 8 बाकी पांच अन्य विधायक हैं इनके अलावा भी पार्टी दो और अन्य विधायकों से संपर्क में हैं अगर वो भी साथ आ जाते हैं तो पार्टी के पास कुल 36 विधायकों का समर्थन हो जाएगा। इस राज्य में कांग्रेस पिछले 10 साल से सत्ता में है। मेघालय कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष विंसेट एच पाला ने भरोसा व्यक्त किया कि यूनाईटेड डेमोक्रेटिक पार्टी और पीपुलल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट जैसी क्षेत्रीय पार्टियां कांग्रेस का समर्थन करेगी। इन दोनों पार्टियों के क्रमश: छह और चार विधायक हैं।
पाला ने कहा, ‘‘हम बातचीत कर रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि वे हमें समर्थन देंगे।’’ केन्द्र एवं राज्य में भाजपा के गठबंधन सहयोगी नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) और इसके सहयोगी भाजपा ने कुल मिलाकर 21 सीटों पर जीत दर्ज की है। भाजपा ने भी असम से अपने नेता हेमंत विस्व शर्मा को मेघायल की राजधानी भेजा है ताकि अपने गठबंधन की सरकार बनाई जा सके। शर्मा ने कल संवाददाताओं को बताया, ‘‘हम राज्य में सरकार के गठन के लिए एनपीपी की मदद कर सकते हैं और क्षेत्रीय पार्टियों को इसके लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं।’’