नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने शनिवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। राज्य में इस बार सीधे एक चरण में मतदान का फैसला किया गया है। 2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से इस बार के विधानसभा चुनावों की तुलना की जाए तो 5 साल में काफी कुछ बदला है।
इस बार महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए 2014 के मुकाबले 60,34,396 अधिक मतदाता हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक इस बार कुल 8,95,62,706 मदतादा विधानसभा चुनावों में मतदान में भाग ले सकेंगे जबकि 2014 के दौरान 8,35,28,310 मतदाता मतदान के योग्य थे। कुल मतदाताओं में इस बार 1,16,495 सर्विस मतदाता भी हैं।
महाराष्ट्र में इस बार सिर्फ मतदाताओं की संख्या में ही बढ़ोतरी नहीं हुई है बल्कि 2014 के मुकाबले इस बार मतदान केंद्रों की संख्या में भी 5 हजार से ज्यादा का इजाफा हुआ है। चुनाव आयोग के मुताबिक इस बार राज्य में कुल 95473 मतदान केंद्र होंगे जबकि 2014 में 90,403 मतदान केंद्र थे। राज्य की 288 विधानसभा सीटों में से 29 विधानसभा सीटें अनुसूचित जाती और 25 विधानसभा सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित की गई हैं।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के लिए 27 सितंबर को अधिसूचना जारी होगी जिसके बाद प्रत्याशी अपना नामांकन भर सकेंगे, नामांकन भरने की अंतिम तारीख 4 अक्तूबर है जबकि मतदान का दिन 21 अक्तूबर निर्धारित किया गया है। वोटों की गिनती 24 अक्तूबर को होगी।