मुंबई: मुंबई की आरे कॉलोनी में प्रस्तावित मेट्रो कार शेड परियोजना और कोंकण क्षेत्र में बंद पड़ी नानर रिफाइनरी का मुद्दा ऐसे समय में भाजपा और उसकी सहयोगी शिवसेना के बीच टकराव की वजह बन गया है, जब दोनों दल राज्य में विधानसभा चुनाव के लिये अभी तक सीटों के बंटवारे को लेकर किसी भी समझौते को अंतिम रूप नहीं दे पाए हैं। माना जाता है कि नानर तेल शोधन परियोजना शिवसेना के गढ़ तटीय रत्नागिरी जिले में आती है, जिसका शिवसेना पुरजोर विरोध कर रही है।
पार्टी ने इस साल की शुरुआत में लोकसभा चुनाव के लिये भाजपा के साथ गठबंधन से पहले शर्त रखकर इस परियोजना को बंद कराने में कामयाबी हासिल की थी। हालांकि, विधानसभा चुनाव करीब आते देख मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने मंगलवार को परियोजना को फिर से शुरू करने के संकेत दिये। शिवसेना के दबाव में झुकते हुए राज्य सरकार ने इस साल की शुरुआत में रिफाइनरी को पारिस्थितिकीय रूप से संवेदनशील कोंकण क्षेत्र से दूसरी जगह ले जाने की घोषणा की थी।
नानर मामला हाल ही में एक बार फिर चर्चा में तब आया जब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि प्रस्तावित आरे कॉलोनी मेट्रो कार शेड परियोजना का हश्र भी नानर की तरह होगा। उद्धव के पुत्र और युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे ने मंगलवार को ठाणे में नानर के खिलाफ आवाज बुलंद की थी। ऐसा कहा जा रहा है कि वह पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं।