नई दिल्ली। चुनाव आयोग थोड़े दिनों में 3 राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा कर सकता है। जिन तीन राज्य यानि हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव कार्यक्रम का ऐलान होगा उन तीनों में फिलहाल भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। इन तीनों राज्यों में सबसे बड़ा राज्य महाराष्ट्र है जहां पर लोकसभा चुनावों के दौरान भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना गठबंधन ने रिकॉर्डतोड़ जीत हासिल की है। 2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में हालांकि भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था लेकिन बाद में दोनो दल मिलकर सरकार चला रहे हैं।
2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में राज्य की कुल 288 विधानसभा सीटों में से भारतीय जनता पार्टी ने सबसे अधिक 122 सीटों पर जीत प्राप्त की थी, दूसरे नंबर पर 63 सीटों के साथ शिवसेना रही जबकि कांग्रेस को 42, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 41, निर्दलीय को 7 और अन्य को 13 सीटों पर जीत मिली थी।
2014 में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में कुल 8,35,28,310 मतदाता थे जिनमें 4,41,21,737 पुरुष और 3,94,05,601 महिला मतदाता थे। कुल मतदाताओं में से 5,26,91,758 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था और इसमें से 31110 मत रद्द हो गए थे। कुल 91329 मतदान केंद्रों में वोट डाले गए थे। चुनाव लड़ने वाले प्रतिनिधियों की बात करें तो कुल 4119 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा था जिसमें 3842 पुरुष और 277 महिला प्रत्याशी थे। जीतने वाले 288 विधायकों में 268 विधायक पुरुष और 20 महिला विधायक जीतकर आए।
पार्टियों को मिले वोटों की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी सबसे अधिक 27.81 प्रतिशत (1,47,09,276 वोट) वोट मिले और 122 विधायक जीतकर पार्टी को सरकार बनाने का न्यौता मिला था। भारतीय जनता पार्टी के बाद दूसरे नंबर पर 19.35 प्रतिशत (1,02,35,970 वोट) वोट के साथ शिवसेना, 17.95 प्रतिशत (94,96,095 वोट) वोट के साथ तीसरे नंबर पर कांग्रेस पार्टी और 17.24 प्रतिशत वोट (91,22,285 वोट) के साथ चौथे नंबर पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी रही। इनके अलावा निर्दलीय प्रत्याशियों को 4.71 प्रतिशत (24,93,152 वोट) वोट मिले और बाकी वोट अन्य दलों को मिले