इंडिया टीवी के चुनाव मंच में शनिवार को भारतीय जनता पार्टी के राज्य सभा सांसद प्रभात झा और मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरुण यादव के बीच तीखी नोंकझोंक हुई। चुनाव मंच में प्रभात झा ने कहा कि शिवराज सरकार की किसान हितैषी है, कांग्रेस से सत्ता छीनने के बाद से यहां कृषि क्षेत्र ने तेजी से विकास किया है। यही कारण है कि मनमोहन सरकार ने मध्य प्रदेश को तीन बार कृषि पुरस्कारों से नवाजा। इस पर टिप्पणी करते हुए अरुण यादव ने कहा कि यदि राज्य सरकार इतनी ही किसान हितैषी है तो फिर आत्महत्या क्यों हो रही हैं, किसान क्यों आंदोलन पर उतारू हैं। (यहां देखें इंडिया टीवी चुनाव मंच की पूरी कवरेज )
चुनाव मंच में मध्य प्रदेश सरकार पर सवाल उठाते हुए अरुण यादव ने कहा कि राज्य में महिलाओं की सुरक्षा खतरे में है, यहां हर रोज 13 महिलाओं के साथ दुष्कर्म होता है। बलात्कार के मामले में एमपी देश में सबसे आगे है। किसानों को खुले आम गोली मारी गई। किसान खुदकुशी के मामले में भी राज्य सबसे आगे क्यों है। आम लोग भाजपा से त्रस्त हैं और कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस इस बार सरकार बनाने जा रही है।
जवाब देते हुए प्रभात झा ने कहा कि कांग्रेस किसानों को बरगलाने का काम कर रही है। राज्य सरकार लगातार प्रगति के पथ पर राज्य को आगे बढ़ा रही है। कांग्रेस के शासनकाल में जहां प्रति व्यक्ति आय 15 हजार थी वो अब बढ़कर 80 हजार हो गई है। कांग्रेस को राज्य में कोई मुद्दा नहीं मिल रहा है, यही कारण है कि राहुल गुजरात और कर्नाटक के बाद एमपी में भी मंदिरों के चक्कर लगा रहे हैं।
एक प्रश्न के जवाब में प्रभात झा ने कहा कि राम मंदिर भारतीय जनता पार्टी का चुनावी मुद्दा नहीं है। हम विकास के नाम पर चुनाव लड़ते हैं। मध्यप्रदेश बीमारु राज्य था हमने चहरों पर मुस्कान दी। यही कारण है कि गांव गांव में लोग शिवराज को मामा कहकर संबोधित करते हैं। हमने गरीबों के जीवन में उजाला भरने की कोशिश की। वास्तव में शिवराज सिंह ने सरकार की परिभाषा बदली है।