इंदौर: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए जारी प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को इशारों ही इशारों में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा। इसके साथ ही उन्होंने आजादी के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर का समुचित विकास नहीं किए जाने को लेकर कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों की भूमिका पर भी सवाल उठाये।
मोदी ने यहां एक चुनावी रैली में कहा, "इंदौर के पूर्व होलकर राजवंश की शासक माता अहिल्याबाई ने काशी विश्वनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण कराया था। इसके बाद इस मंदिर परिसर का क्या हाल हुआ, यह हम भलीभांति जानते हैं।" उन्होंने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा राहुल को "शिव भक्त" के रूप में पेश किए जाने की ओर इशारा करते हुए कहा, "देश की आजादी के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर का समुचित विकास नहीं किए जाने से इस देवालय को उसका प्राचीन गौरव दोबारा प्राप्त नहीं हो सका। मुझे पता नहीं है कि सब शंकर भक्त अब तक कहां थे।"
मोदी की यह टिप्पणी महत्वपूर्ण है, क्योंकि सूबे के चुनावी दौरों में राहुल अलग-अलग मंदिरों में दर्शन-पूजन करते दिखाई दिए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष 29 अक्टूबर को नजदीकी धार्मिक नगरी उज्जैन के महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में भगवान शिव के इस स्वरूप की पूजा की थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 में उनके वाराणसी से सांसद के रूप में चुने जाने के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में निर्माण और सौंदर्यीकरण का काम तेज गति से चल रहा है।
काशी विश्वनाथ मंदिर का प्राचीन गौरव लौटाने के मामले में अहिल्याबाई होलकर को अपने लिए "जीवंत प्रेरणा" बताते हुए मोदी ने कहा, "अब मौजूदा 21वीं सदी में कोई श्रद्धालु काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए जाएगा, तो उसके सामने उस कार्य की याद ताजा हो जाएगी जो बरसों पहले माता अहिल्याबाई ने कराया था।"
मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों के समय भारत में पर्यटन उद्योग का समुचित विकास नहीं हो सका और देश की हजारों साल पुरानी सांस्कृतिक विरासत की उपेक्षा की गई थी। उन्होंने गांधी-नेहरू परिवार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया, "आजादी के बाद ऐसे लोगों के हाथों में देश की कमान आ गई जिनके लिए हिंदुस्तान का इतिहास केवल उन्हीं के साथ शुरू होता था और जिन्हें देश की महान परंपरा से कोई लेना-देना नहीं था।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "आजादी के बाद हम आगरा के ताजमहल और कोणार्क के सूर्य मंदिर जैसे उन धरोहर स्थलों के बूते पर्यटकों को आकर्षित करते रहे जो हमारे पुरखों ने बनाये थे। लेकिन हमारी सरकार ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के रूप में सरदार वल्लभभाई पटेल की सबसे ऊंची प्रतिमा बनाकर दुनिया को भारत के सामर्थ्य का परिचय करा दिया।"
मोदी ने यह भी कहा कि पिछले दो साल के दौरान स्वच्छ भारत अभियान की वजह से देश में पर्यटन उद्योग का काफी विकास हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा, "देश में पर्यटन उद्योग के विकास से लोगों की आय में इजाफे की काफी संभावनाएं हैं। यह एक ऐसा उद्योग है जिसके विकास के कारण पकौड़े बेचने वाला और चाय वाला भी कमाता है।"