भोपाल: विधानसभा चुनावों के ठीक पहले मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले कंप्यूटर बाबा को बड़ा झटका लगा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंप्यूटर बाबा को दिगंबर अखाड़े से निष्कासित कर दिया गया है। दिगंबर अखाड़ा के पदाधिकारी नरेंद्र गिरी ने इस बारे में घोषणा करते हुए कहा कि निष्कासन के बाद अब कंप्यूटर बाबा प्रयागराज में आयोजित कुंभ में अखाड़े की गतिविधियों में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। निष्कासन के चलते अब बाबा को कुंभ 2019 में अखाड़े की तरफ से जमीन भी नहीं दी जाएगी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अखाड़ा परिषद ने निष्कासित होने के बाद अब कंप्यूटर बाबा को कुंभ में किसी आम साधु-संत की तरह ही शामिल होना पड़ेगा। अखाड़े ने आरोप लगाया है कि बाबा ने अपने व्यक्तिगत हित साधने के लिए अखाड़े और साधु समाज का दुरुपयोग किया है। आपको बता दें कि किसी भी अखाड़े से निष्कासन के बाद साधु को सभी 13 अखाड़ों से निष्कासित माना जाता है। शिवराज सरकार के खिलाफ नर्मदा के मुद्दे पर मोर्चा खोलने वाले कंप्यूटर बाबा के लिए यह बड़ा झटका माना जा रहा है।
आपको बता दें कि कंप्यूटर बाबा को शिवराज सरकार में राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया था। हालांकि पिछले कुछ दिनों से उपेक्षा का आरोप लगाते हुए उन्होंने मंत्री पद भी छोड़ दिया और चुनावी मौसम में शिवराज सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। इसके बाद उन्होंने इंदौर और ग्वालियर में संत समागम भी किया था। इंडिया टीवी के खास कार्यक्रम ‘चुनाव मंच’ में भी उन्होंने मध्य प्रदेश की सत्ता से शिवराज सरकार को हटाने का संकल्प जताया था। शिवराज सरकार से उनका यह विरोध नर्मदा के मुद्दे पर था।