भोपाल: मध्यप्रदेश में भाजपा की एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार फातिमा रसूल सिद्दीकी ने सोमवार को कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सभी धर्म और जाति वर्ग के लोगों के लिये किये गये बेहतर कामों से प्रभावित होकर वह भाजपा में शामिल हुई हैं। प्रदेश के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता रसूल अहमद सिद्दीकी की पुत्री फातिमा (35) पिछले गुरुवार को ही भाजपा में शामिल हुयी। उसके कुछ घंटों बाद ही भाजपा ने उन्हें भोपाल उत्तर से कांग्रेस के वर्तमान विधायक आरिफ अकील के खिलाफ अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया।
अकील इस विधानसभा सीट से लगातार पांच बार से विधायक हैं और 1993 में विधानसभा चुनाव अकील ने फातिका के पिता के खिलाफ ही लड़ा था। भोपाल उत्तर सीट पर यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस के मुस्लिम उम्मीदवार के खिलाफ भाजपा ने भी मुस्लिम उम्मीदवार उतारा हो। पिछले विधानसभा चुनाव 2013 में भाजपा के आरिफ बेग कांग्रेस के आरिफ अकील से 7,000 मतों से पराजित हुए थे।
पहली बार चुनावी रण में उतरी फातिमा का ताल्लुक पुराने कांग्रेसी परिवार से है। उनके पिता रसूल अहमद सिद्दीकी भोपाल उत्तर सीट से 1980 और 1985 में दो दफा कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर जीते थे। लेकिन 1993 के विधानसभा चुनाव में रसूल अहमद यहां से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में खड़े हुए थे तथा उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था। उस चुनाव में भाजपा के रमेश शर्मा विजयी हुए थे। दांतों की डाक्टर डॉक्टर फातिमा के पति अब्दुल सलाम ने ‘भाषा’ को बताया कि बीस साल पहले सिद्दीकी की मौत के बाद उनकी पत्नी ने भोपाल उत्तर सीट से कांग्रेस का टिकट मांगा था लेकिन उन्हें यह नहीं मिला और तब से इस परिवार का कांग्रेस से नाता टूट गया।
फातिमा ने कहा कि उनके पिता जीवन भर गंगा जमुनी तहजीब के समर्थक रहे और ऐसा ही व्यवहार मुख्यमंत्री चौहान का है। उन्होंने कहा, ‘‘इलाके में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर काम करना मेरी प्राथमिकता है।’’ गौरतलब है कि फातिमा मध्यप्रदेश में भाजपा की एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार हैं जबकि कांग्रेस ने प्रदेश में तीन मुस्लिम उम्म्दवारों आरिफ अकील, आरिफ मसूद और मसर्रत शाहीद को क्रमश: भोपाल उत्तर, भोपाल मध्य और विदिशा जिले की सिरोंज विधानसभा सीट से अवसर दिया है। मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं।