भोपाल: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों के ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साले संजय सिंह ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। संजय सिंह मुख्यमंत्री की पत्नी साधना सिंह के सगे भाई हैं। कांग्रेस के साथ जाने के फैसले पर बोलते हुए संजय ने कहा कि यहां कामदारों को दरकिनार किया जा रहा है, और परिवारवाद हावी हो रहा है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की अनदेखी करते हुए पैराशूट पर सवार उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है।
भाजपा नेतृत्व से अपनी असंतुष्टि जाहिर करते हुए संजय सिंह ने कहा, ‘कामदारों को दरकिनार किया जा रहा है। जो कामदार थे, वे कामदार ही बनकर रह गए हैं। नामदारों को पैराशूट से उतारा जा रहा है। शहजादों की एंट्रियां हो रही हैं और परिवारवाद एवं वंशवाद फल-फूल रहा है। परिवारवाद और वंशवाद के विरोध में जाकर हम लोगों ने लड़ाई लड़ी थी, लेकिन आज यह सबसे ज्यादा भाजपा में ही हो रहा है।’
संजय सिंह के बयान से लग रह था कि वह पार्टी के उम्मीदवारों की लिस्ट से संतुष्ट नहीं हैं। उम्मीदवारों के चयन पर निशाना साधते हुए संजय ने कहा, ‘पार्टी की जो लिस्ट आई है उसमें भी 30-40 साल पहले उनके पिताओं ने राज किया, अब उनके पुत्रों और पुत्रियों को उतारा जा रहा है। मैं पूछना चाहता हूं कि वह कार्यकर्ता किस प्रकार का, जिसने अपना जीवन समर्पित कर दिया, लेकिन आज उन्हीं कार्यकर्ताओं को कुचलकर पिता के बाद पुत्रों की एंट्रियां हो रही हैं। यही तो वंशवाद है। यही तो परिवारवाद है।’
वीडियो: शिवराज सिंह चौहान के साले संजय सिंह ने थामा कांग्रेस का हाथ