अमरावती। आंध्र प्रदेश में विपक्षी वाईएसआर कांग्रेस (YSRC) ने रविवार को विधानसभा की सभी 175 और लोकसभा की 25 सीटों के लिए उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है । पार्टी ने विधानसभा में किसी भी मौजूदा विधायक का टिकट नहीं काटा है। सबसे ज्यादा टिकट पिछड़े समुदाय से ताल्लुक रखने वालों को दिए हैं। YSRC के प्रमुख वाईएस जगनमोहन रेड्डी अपने पिता और दिवंगत मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के नक्शे कदम पर हैं और मुख्यमंत्री पद के आकांक्षी हैं। वह कड़पा जिले की पारिवारिक सीट पुलिवेंदुला से चुनाव लड़ेंगे।
साल 2014 के विधानसभा चुनाव में जगन 74,256 वोटों के रिकॉर्ड अंतर से जीते थे जो राज्य में सबसे ज्यादा था। उम्मीदवारों के ऐलान के बाद, गुंटूर, प्रकाशम और विशाखापत्तनम समेत कुछ जिलों में टिकट नहीं मिलने की वजह से कार्यकर्ताओं ने बागी तेवर अख्तियार किए।
जगन मोहन रेड्डी ने 2011 में कांग्रेस छोड़ने के बाद अपनी पार्टी बनाई थी। कांग्रेस ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाने से इनकार कर दिया था। 2014 के आम चुनाव में उन्हें सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) से मात्र 0.3 फीसदी कम वोट मिले थे। तेदेपा ने भाजपा के साथ गठबंधन करके 106 सीटें जीती थीं और सत्ता पर काबिज हो गई थी। हालांकि YSRC ने 67 सीटें जीती थी, लेकिन 2016 और 2017 में उनके 23 विधायक दल बदल कर सत्तारूढ़ पार्टी में चले गए थे।
आम चुनाव के संदर्भ में भी, लोकसभा चुनाव उनके लिए करो या मरो की स्थिति का है, क्योंकि उनका सियासी जीवन चुनाव परिणामों पर निर्भर करता है। बहरहाल, 2014 में नरेंद्र मोदी के लिए काम करने वाले राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर अब YSRC के सलाहकार हैं। किशोर और उनकी टीम ने विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों का चयन करने के लिए विभिन्न सर्वेक्षण कराएं हैं।
साल 2014 में त्रिपति से वाईएसआरसी के सांसद चुने गए पूर्व आईएएस अधिकारी वार प्रसाद को विधानसभा की गुंडूर (एससी) सीट से उतारा है। पूर्व आईपीएस अधिकारी के इकबाल को हिंदुपुर से टिकट दिया गया है। वह मौजूदा विधायक और तेलुगु फिल्म स्टार नंदामुरी बालाकृष्णन को टक्कर देंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता डी पुरेंदेश्वरी के पति वेंकटेश्वर राव पारचुरू से YSRC के प्रत्याशी होंगे।
YSRC ने विधानसभा की 175 सीटों में से सिर्फ 15 महिलाओं को टिकट दिया है जबकि 41 ओबीसी को उम्मीदवार बनाया है। विधानसभा चुनाव के लिए 12 पूर्व मंत्री, 37 पूर्व विधायक, 15 डॉक्टरों को टिकट दिया गया है। जगन मोहन ने बताया कि लोकसभा की 25 सीटों के उम्मीदवारों में से सात उम्मीदवार पिछड़ा वर्ग, चार उम्मीदवार अनुसूचित जातियों और एक उम्मीदवार अनुसूचित जनजाति से है। राज्य में 11 अप्रैल को चुनाव होना है।