नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जब प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश में पार्टी का काम देखने के लिए महासचिव नियुक्त किया तो कई लोगों ने इसे राहुल गांधी का मास्टर स्ट्रोक बताया, ऐसा कहा जाने लगा कि कांग्रेस में प्रियंका के आने से पार्टी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तोड़ मिल गया है। लेकिन क्या वाकई में प्रियंका गांधी की की राजनीति में एंट्री से कांग्रेस को लाभ होगा? इसी सवाल का जवाब जानने के लिए India TV ने CNX के साथ मिलकर एक पोल किया है। पोल के नतीजे काफी चौंकाने वाले हैं।
43 सीटों पर किया गया सर्वे
India TV CNX ने ओपिनियन पोल में उत्तर प्रदेश के अवध, पूर्व और उत्तर-पूर्व की उन 43 सीटों पर लोगों का मिजाज जानना चाहा जहां के लिए राहुल गांधी ने प्रियंका को पार्टी की जिम्मेदारी सौंपी है। सर्वे में कुल 8600 लोगों की राय ली गई जिसमें 4454 पुरुष और 4146 महिलाएं शामिल हैं। India TV CNX ने यह ओपिनियन पोल 23-27 जनवरी के दौरान किया। कांग्रेस पार्टी ने 23 जनवरी को ही प्रियंका गांधी को महासचिव बनाए जाने की घोषणा की थी। सर्वे में अवध क्षेत्र की 14, पूर्वी उत्तर प्रदेश की 16 और उत्तर-पूर्वी उत्तर प्रदेश की 13 सीटों को शामिल किया गया है।
अवध की 14 में से 3 सीट जा सकती है कांग्रेस के पास
सबसे पहले अवध की 14 सीटों की बात करें तो ओपिनियन पोल के मुताबिक प्रियंका गांधी की एंट्री से अवध क्षेत्र में सिर्फ 1 सीट का लाभ हो सकता है, दिसंबर में किए गए ओपिनियन पोल के मुताबिक कांग्रेस को 14 में से 2 सीट का अनुमान था और अब प्रियंका की एंट्री के बाद 3 सीट मिलने का अनुमान है। कांग्रेस के प्रभुत्व वाली अमेठी और रायबरेली सीट इसी क्षेत्र में आती हैं और दिसंबर में कांग्रेस को जाने का अनुमान लगाया गया था, लेकिन जनवरी के सर्वे के मुताबिक अब धौरहरा सीट भी कांग्रेस के खाते में जा सकती है।
प्रियंका की एंट्री से अवध में भाजपा को ज्यादा लाभ
हालांकि प्रियंका के आने से अवध में कांग्रेस को कम और भाजपा को ज्यादा फायदा मिलने का अनुमान है, ओपिनियन पोल के मुताबिक भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को को अब 14 में से 5 सीट मिल सकती है, दिसंबर में सिर्फ 3 सीट मिलने का अनुमान लगाया गया था। बसपा और सपा के महागठबंधन को अब 14 में से 6 सीट मिलने का अनुमान जारी किया गया है। दिसंबर में महागठबंधन को 9 सीट का अनुमान लगाया गया था। यानि प्रियंका की कांग्रेस में एंट्री से उत्तर प्रदेश के अवध में भाजपा को फायदा होगा जबकि महागठबंधन को नुकसान होगा।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में बढ़ सकता है कांग्रेस का वोट शेयर
अवध के बाद अब बात करते हैं पूर्वी उत्तर प्रदेश की, ओपिनियन पोल के मुताबिक प्रियंका गांधी की एंट्री से पूर्वी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के वोट शेयर में तो इजाफा हो सकता है लेकिन सीटों में उसे कोई लाभ मिलने की उम्मीद नहीं है। उल्टे प्रियंका की एंट्री से महागठबंधन की 2 सीटें कम हो सकती हैं और भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के खाते में ये 2 सीटें जा सकती हैं।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में BJP को अब मिल सकती हैं ज्यादा सीटें
ओपिनियन पोल के मुताबिक प्रियंका की कांग्रेस में एंट्री से पूर्वी उत्तर प्रदेश की 16 सीटों में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिलने का अनुमान है। जबकि भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को 9 सीटें मिल सकती हैं, दिसंबर में एनडीए को 7 सीट मिलने का अनुमान लगाया गया था। ओपिनियन पोल के मुताबिक अब महागठबंधन की सीटें 7 रह सकती है, दिसंबर में 9 सीटों का अनुमान था।
वाराणसी सीट पर घट सकता है BJP का वोट शेयर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाराणसी सीट भी पूर्वी उत्तर प्रदेश में ही आती है, ओपिनियन पोल के मुताबिक प्रियंका की एंट्री से वाराणसी सीट पर भाजपा के वोट शेयर में कुछ कमी जरूर आ सकती है लेकिन सीट भाजपा के पास ही रहने का अनुमान है, ओपिनियन पोल के मुताबिक वाराणसी सीट भाजपा का वोट शेयर अब घटकर 52.61 प्रतिशत रह सकता है, दिसंबर में यह 55.22 रहने का अनुमान लगाया गया था। कांग्रेस का वोट शेयर दिसंबर के 15.53 प्रतिशत से बढ़कर अब 28.08 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है, जबकि महागठबंधन का वोट शेयर 15.86 प्रतिशत से घटकर अब सिर्फ 12 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है।
प्रियंका की एंट्री से उत्तर-पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस को कुछ फायदा
अवध और पूर्वी उत्तर प्रदेश के बाद अब उत्तर-पूर्वी उत्तर प्रदेश की बात करें तो वहां पर प्रियंका की एंट्री कांग्रेस का वोट शेयर तो बढ़ाएगी साथ में एक सीट का इजाफा भी कर सकती है। ओपिनियन पोल के मुताबिक प्रियंका की एंट्री से उत्तर-पूर्वी उत्तर प्रदेश की 13 सीटों में से कांग्रेस को 1 सीट मिल सकती है। दिसंबर में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिलने का अनुमान था। जो एक सीट कांग्रेस के खाते में जा सकती है वह कुशी नगर सीट है। कुशिनगर सीट पर कांग्रेस का वोट शेयर बढ़कर 35 प्रतिशत को पार कर सकता है, दिसंबर में सिर्फ 23 प्रतिशत वोट शेयर का अनुमान था।
महागठबंधन को उठाना पड़ेगा ज्यादा नुकसान
हालांकि प्रियंका की एंट्री से उत्तर-पूर्वी उत्तर प्रदेश जहां कांग्रेस के खाते में 1 सीट जा सकती है वहीं एनडीए को भी 1 सीट का लाभ हो सकता है। ओपिनियन पोल के मुताबिक अब एनडीए को 13 में से 6 सीटें मिल सकती है, पहले 5 सीट का अनुमान लगाया गया था। वहीं बसपा और सपा के महागठबंधन को अब 6 सीटें मिलने का अनुमान जारी किया गया है। दिसंबर में महागठबंधन को 8 सीट का अनुमान था।
प्रियंका की एंट्री से BJP को फायदा, महागठबंधन को नुकसान
ओपिनियन पोल को आधार मानें तो यह कहा जा सकता है कि प्रियंका की कांग्रेस में एंट्री से कांग्रेस को कम और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को ज्यादा फायदा पहुंचने का अनुमान है और इसका सबसे ज्यादा नुकसान बसपा, सपा और राष्ट्रीय लोक दल के महागठबंधन को उठाना पड़ सकता है। जिन 43 सीटों को लेकर यह सर्वे किया गया है उन 43 में से अब भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को 20, महागठबंधन को 19 और कांग्रेस को 4 सीट मिलने का अनुमान है। दिसंबर में एनडीए को 15, कांग्रेस को 2 और महागठबंधन को 26 सीट मिलने का अनुमान लगाया गया था।