वाराणसी/नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो में गुरुवार को यहां जुटे अपार जनसैलाब को भाड़े की भीड़ करार देते हुए उनके प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय ने कहा कि उनका ‘फकीरीपन’ और बनारस प्रेम दिखावटी है। वाराणसी से नामांकन दाखिल करने से पहले मोदी के रोड शो में कल भारी तादाद में लोग जुटे लेकिन राय का दावा है कि उनमें स्थानीय लोग बमुश्किल 15 प्रतिशत थे। उन्होंने कहा,‘कल मोदीजी ने रोडशो किया और कई लाख लोग सड़क पर उतर आए। कह रहे हैं कि पूरा बनारस उनका स्वागत करने आ गया।’
‘मोदीजी के रोडशो में बाहर से जुटाई गई थी भीड़’
राय ने आगे कहा, ‘यह भीड़ बाहर से जुटाई गई थी। बसों में लोग आए थे। स्थानीय लोग 15 से 20 प्रतिशत थे और उनमें भी इनके कार्यकर्ता ही अधिक थे। पैसे देकर लोग जुटाए गए थे।’ उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर इस रोड शो पर लाखों रुपये बर्बाद करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा,‘30 टन फूल और 50 लाख रूपये की गुलाब की पंखुड़ियां लोगों को घरों में पैकेट बनाकर दी गईं कि मोदीजी पर बरसाइएगा। पिछली बार ये नहीं हुआ था।’
‘बनावटी है मोदीजी का फकीरीपन’
मोदी ने रोडशो के बाद कहा था कि वह भी फकीर है और काशी की फकीरी में रम गए हैं। इस पर तंज कसते हुए राय ने कहा कि उनका फकीरीपन बनावटी हैं। उन्होंने कहा,‘असली फकीर हैं काशी के लोग यानी हम। बाबा विश्वनाथ के भक्त हैं। बनावटी फखीरीपन है मोदीजी का। चुनाव लड़ने से पहले तो कभी बनारस नहीं आए। चुनाव जीतने के बाद यह बीसवां दौरा था उनका लेकिन कभी किसी मोहल्ले में या गांव में नहीं गए। सिर्फ DLW और BHU जाते हैं।’
2014 में जब्त हुई थी अजय राय की जमानत
राय ने कहा,‘जहां इवेंट मैनेजमेंट कंपनी बोलती है, वहां दर्शन करने जाते हैं, गंगा आरती करते हैं और तबला, सारंगी बजवाते हैं। शोशेबाजी है उनका पूरा बनारस प्रेम। पूरी सरकार ही इवेंट मैनेजमेंट पर चली है।’ वाराणसी से प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही थी लेकिन पार्टी ने फिर राय को टिकट दिया जो पिछली बार तीसरे स्थान पर रहे थे और उनकी जमानत जब्त हो गई थी। मोदी को 5,81,022 वोट मिले थे जबकि आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल को 2,09,238 वोट हासिल हुए थे। राय को 75614 वोट मिले थे।
‘प्रियंका जी का आशीर्वाद हमारे साथ है’
यह पूछने पर कि क्या इस बार उन्हें करारी हार का डर नहीं है, उन्होंने कहा,‘पिछली बार मोदी सुनामी में जब मैं चुनाव लड़ गया तो इस बार हालात बिल्कुल अलग हैं। मुझे यकीन है कि प्रियंकाजी उत्तर प्रदेश में मोदीजी से अधिक लोगों के करीब हैं और उसका नतीजा चुनाव में देखने को मिलेगा।’ प्रियंका के चुनाव नहीं लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा,‘प्रियंका जी का आशीर्वाद हमारे साथ है और उसी के आधार पर हम लड़ रहे हैं।’