पुलपल्ली/ मनंतवाडी (केरल): कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर शनिवार को निशाना साधते हुए कहा कि अभी की तरह इतनी “कमजोर सरकार” कभी नहीं रही और इतना ‘‘कमजोर प्रधानमंत्री’’ कभी नहीं रहा। वायनाड में अपने भाई और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पक्ष में चुनाव प्रचार करने आईं प्रियंका ने कहा कि वह जानना चाहती हैं कि क्या सरकार की नीतियों की आलोचना करने वालों की आवाज दबाना ‘‘राष्ट्रवाद’’ है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने उन लोगों से विश्वासघात किया है जिन्होंने उसे सत्ता में बिठाया। अपने भाई की जोरदार वकालत करते हुए पूर्वी उत्तर प्रदेश मामलों की प्रभारी कांग्रेस महासचिव नियुक्त की गईं प्रियंका ने वायनाड में चार रैलियों में हिस्सा लिया और किसानों से भी मुलाकात की। इस मौके पर प्रियंका की बेटी मिराया और बेटा रैहान भी उनके साथ थे। राहुल उत्तर प्रदेश के अमेठी से भी चुनाव लड़ रहे हैं।
पुलपल्ली में किसानों की विशाल रैली को संबोधित करते हुए प्रियंका ने उन लोगों के राष्ट्रवाद पर सवाल उठाया, जिन्होंने उन हजारों किसानों को सुनने से इनकार कर दिया जो अपनी समस्याओं को बताने के लिए ‘‘नंगे पैर’’ दिल्ली मार्च किए थे। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि लोगों को ऐसा प्रधानमंत्री मिलना चाहिए, जो उनका सम्मान करे और खुद के किए वादों को लापरवाह तरीके से खारिज नहीं करे। उन्होंने कहा, “वायनाड के बहनों-भाइयों, मैंने भारत में पिछले पांच बरसों से सत्ता में रही इस सरकार जितनी कमजोर सरकार कभी नहीं देखी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने भारत के आज के प्रधानमंत्री जितना कमजोर प्रधानमंत्री कभी नहीं देखा। भाइयों-बहनों मुझे लगता है कि आप बेहतर पाने के हकदार हैं। मुझे लगता है आप ऐसी सरकार पाने के हकदार हैं, जो आपकी बात करे।” प्रियंका ने कहा, “आपको ऐसी सरकार मिलनी चाहिए, जो आपको अपनी आवाज उठाने के लिए प्रोत्साहित करे भले ही वह मुद्दा सरकार के खिलाफ क्यों न हो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि आपको ऐसा प्रधानमंत्री मिलना चाहिए जो आपका सम्मान करे और आपके सामने बोले गए हर शब्द का सम्मान करे तथा खुद किए वादों को लापरवाह ढंग से खारिज न करे।” कांग्रेस महासचिव ने पूछा कि क्या लोगों के अधिकारों की रक्षा करने वाले संविधान को खत्म करना और संस्थाओं को कमजोर करना राष्ट्रवाद है।
उन्होंने पूछा, “वे (भाजपा) आपको बांटने का प्रयास करते हैं और राष्ट्रवाद की बात करते हैं...जब देश के कोने-कोने से हजारों किसान नंगे पैर आपके (भाजपा नीत केंद्र सरकार के) दरवाजे पर गए तो आपने उनकी समस्या सुने बिना उन्हें लौटा दिया...।’’ उन्होंने कहा, “जब लोग आपके विरोध में आवाज उठाते हैं, जब वे आपकी नीतियों की आलोचना करते हैं...आप उन्हें जेल में डाल देते हैं...पीटते हैं...क्या यह राष्ट्रवाद है?” प्रियंका ने भाजपा नेताओं द्वारा अपने भाषण में पाकिस्तान की बात करने का जिक्र करते हुए कहा कि वे कभी नहीं बोलते कि देश के लोगों के लिए वे क्या करेंगे। उन्होंने पूछा, “आप चुनावी रैली करने आते हैं और पाकिस्तान के बारे में बोलते हैं लेकिन आप यह नहीं बोलते कि आप भारत के लोगों के लिए क्या करने जा रहे हैं, या आपने उनसे क्या वादे किए थे जो पूरे नहीं किए, क्या यह राष्ट्रवाद है?”
उन्होंने भाजपा सरकार पर उन लोगों के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया जिनके वोट की बदौलत वह (भाजपा) सत्ता में आई थी। कांग्रेस महासचिव ने कहा, “यह मेरा देश है, ये पहाड़ियां मेरा देश है, उत्तर प्रदेश में गेहूं के खेत मेरा देश हैं। तमिलनाडु, गुजरात, पूर्वोत्तर मेरा देश है...लेकिन भाजपा सरकार ने पिछले पांच बरसों में देश को सिर्फ बांटने का काम किया है।”
इससे पहले मनंतावडी में एक रैली में उन्होंने कहा कि भगवा पार्टी सत्ता में आने के बाद भूल गई कि किनकी बदौलत वह सत्ता में आई। उन्होंने आरोप लगाया, “पांच साल पहले, एक सरकार (भाजपा नीत राजग) पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आई थी। हमारे देश के लोगों ने अपने पूरे विवेक के साथ उनमें अपना भरोसा जताया था लेकिन जिस क्षण से वह सत्ता में आई, उसने लोगों से विश्वासघात करना शुरू कर दिया।”