नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) क्रमश: 435 और 420 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं। इनमें से 373 सीटों पर दोनों दलों के बीच सीधी लड़ाई है। गैर सरकारी संगठन, पीआरएस के अनुसार, 542 संसदीय सीटों के लिए 8,039 उम्मीदवार मैदान में हैं, यानी प्रति सीट औसतन 14.8 उम्मीदवार।
पीआरएस इंडिया ने कहा कि जिन राज्यों में 30 से अधिक लोकसभा सीटें हैं, उनमें उत्तर प्रदेश (80), महाराष्ट्र (48), पश्चिम बंगाल (42), बिहार (40) और तमिलनाडु (39) शामिल हैं। इन राज्यों में कुल मिलाकर 249 सीटें हैं, जो लोकसभा का 46 प्रतिशत हैं।
सभी राज्यों में देखा जाए तो तेलंगाना में प्रति सीट औसतन सबसे ज्यादा उम्मीदवार हैं। यहां निजामाबाद सीट पर देश में सबसे ज्यादा 185 उम्मीदवार हैं। निजामाबाद को छोड़कर राज्य में प्रति सीट उम्मीदवारों का औसत 16.1 है।
निजामाबाद के बाद कर्नाटक के बेलगाम सीट पर सबसे ज्यादा उम्मीदवार हैं। पांच जिन सीटों पर सबसे अधिक उम्मीदवार हैं, वे दक्षिणी राज्यों तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु में हैं।
एनजीओ ने कहा है कि सात राष्ट्रीय पार्टियों ने मिलकर प्रति सीट 2.69 उम्मीदवार उतारे हैं। पांच बड़े राज्यों में से पश्चिम बंगाल ऐसा राज्य है, जहां इन पार्टियों के उम्मीदवारों का प्रति सीट औसत सबसे अधिक 4.6 है।
पीआरएस इंडिया के अनुसार, मान्यताप्राप्त राज्यस्तरीय पार्टियों ने प्रति सीट 1.53 उम्मीदवार उतारे हैं। संस्था ने यह भी कहा है कि दिल्ली और हरियाणा में सबसे अधिक गैर मान्यताप्राप्त दलों के उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।