भाजपा के बागी नेता शत्रुघ्न सिन्हा शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए और वह पटना साहिब सीट से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला तथा कुछ अन्य नेताओं की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
कांग्रेस में सिन्हा का स्वागत करते हुए वेणुगोपाल ने कहा, '' सिन्हा एक बेहतरीन नेता हैं। पहले गलत पार्टी में थे, अब सही पार्टी में आये हैं। हम उनका स्वागत करते हैं। चुनाव में इससे वे ताकतें और मजबूत होंगी जो भारत की एकजुटता के लिए लड़ रही हैं।''
कांग्रेस के बिहार प्रभारी गोहिल ने कहा, " जब कोई झूठ बोलता है तो सिन्हा कहते हैं खामोश, लेकिन जब सच बोलने की बात आती है तो वह खामोश नहीं हो सकते हैं। वह स्टार प्रचारक के रूप में देश में घूमेंगे। इससे हमें फायदा होगा।" रणदीप सुरजेवाला ने कहा, '' वैचारिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक रूप से सिन्हा का लगाव कांग्रेस की विचारधारा से रहा है। वह अपनी बेबाक शैली, सत्य बोलने, सत्ता को सच का आईना दिखाने के संकल्प, छोटों को स्नेह और अपने से बड़ो को आदर देने वाले व्यक्ति हैं।''
कांग्रेस में शामिल होने के बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने शनिवार को दावा किया कि भाजपा में लोकतंत्र को तानाशाही बदल दिया गया जिसकी वजह से उन्हें इस पार्टी से अलग होना पड़ा।उन्होंने कहा कि इस बार पटना साहिब से वह पिछली बार से ज्यादा वोटों से जीतेंगे।
सिन्हा ने गत 28 मार्च को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी और उसी समय उनका पार्टी में शामिल होना लगभग तय हो गया था। सिन्हा पिछले लोकसभा चुनाव में पटना साहिब से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते थे। हालांकि, उन्होंने पिछले कुछ वर्षों से बागी रुख अख्तियार कर रखा था।
पिछले दिनों भाजपा ने उनकी जगह कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद को पटना साहिब से अपना उम्मीदवार घोषित किया। हाल के कुछ महीनों में सिन्हा ने कई मौकों पर कांग्रेस अध्यक्ष की तारीफ की थी। उन्होंने न्यूनतम आय योजना (न्याय) के कांग्रेस के चुनावी वादे को ‘मास्टर स्ट्रोक’ बताया था।