नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान अभी बाकी है, लेकिन सियासी दलों के बीच अभी से अगली सरकार के गठन की सुगबुगाहट तेज हो गई है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने गुरुवार को कहा कि प्रगतिशील दलों का गठबंधन केंद्र में अगली सरकार बनायेगा और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की नई व्यवस्था में एक ‘केंद्रीय भूमिका’ होगी।
‘नारों को हकीकत में बदलने में नाकाम रही भाजपा’
भाषा को दिए एक इंटरव्यू में तेजस्वी यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अपने नारों को हकीकत में बदलने में नाकाम रही है, चाहे वह ‘अच्छे दिन’ की बात हो या फिर ‘काले धन की वापसी’ की या फिर ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ की। उन्होंने आरोप लगाया कि इस पार्टी ने अपनी ‘‘घृणा-भरी राजनीति’’ को तेज कर दिया है ताकि वह अपने वादों पर पूछे जाने वाले प्रश्नों की अनदेखी कर सके।
‘सरकार गठन के लिए प्रगतिशील दल गठबंधन करने के लिए साथ में आयेंगे’
तेजस्वी यादव ने दावा किया कि बिहार में उनका गठबंधन बड़ी जीत दर्ज करेगा और केंद्र में सरकार के गठन के लिए प्रगतिशील दल गठबंधन करने के लिए साथ में आयेंगे। जब उनसे पूछा गया कि प्रधानमंत्री के रूप में देश का नेतृत्व करने के लिए विपक्षी दलों में से श्रेष्ठ उम्मीदवार कौन है तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रमुख ने अपने नेतृत्व के तरीके में ‘‘बढ़िया परिपक्वता’’ प्रदर्शित की है। तेजस्वी ने ये भी कहा कि उनका मनोबल बहुत बढ़ा हुआ हैऔर वो नयी सरकार के गठन में केंद्रीय भूमिका का निर्वहन करने जा रहे हैं।’’
राहुल गांधी के प्रधानमंत्री पद पर आसीन होने के प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा, ‘‘मैं इसे कई महीनों से दोहरा रहा हूं। राहुल गांधी ‘न्याय’ के साथ सरकार के वैकल्पिक दृष्टिकोण को लेकर बहुत संगत रहे हैं और यह हमारे आंतरिक दर्शन के साथ सुसंगत है।’’ तेजस्वी यादव वे दावा किया कि देश में मोदी सरकार के खिलाफ बयार बह रही है और किसी तरह की खामोश लहर नहीं है।आपको बता दें कि तेजस्वी यादव की पार्टी राजद का बिहार में कांग्रेस, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और विकासशील इंसाफ पार्टी (वीआईपी) के साथ गठबंधन है। इस गठबंधन के तहत राजद को बीस सीटें मिली हैं, इसमें से एक सीट उसने माकपा (माले) को दी है और कांग्रेस नौ सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं। आरएलएसपी को पांच, हम और वीआईपी पार्टी को तीन-तीन सीटें दी गई है जबकि सत्तारूढ़ गठबंधन में जदयू और भाजपा प्रत्येक को 17-17 और लोकजनशक्ति पार्टी को छह सीटें दी गई हैं।