नई दिल्ली। सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी यादव ने समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव के साथ मुलाकात की है और इस मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार में भाजपा का सफाया होगा। तेजस्वी यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव और मायावती ने एक साथ आने का जो काम किया है एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा कि वे इस गठबंधन को समर्थन देने का काम करेंगे।
तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय का इस्तेमाल करके अपने विरोधियों को फंसाने की साजिश का आरोप लगाया, तेजस्वी ने कहा कि जब उनकी मूंछ तक नहीं आई थी तब उनके ऊपर केस दर्ज कर दिया गया था। उन्होंने कहा, 'ईडी और सीबीआई अब एजेंसियां नहीं रह गई बल्कि बीजेपी की पार्टनर बन गई हैं जो बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए विरोधियों को परेशान करती हैं।'
'देशहित में साथ आए अखिलेश और मायावती'
भाजपा और मोदी सरकार पर बरसते हुए तेजस्वी ने कहा, 'ये लोग संविधान के साथ छेड़छाड़ करते हैं, संवैधानिक संस्थाओं का का मजाक बनाते हैं। अखिलेश यादव और मायावती ने देशहित में यह गठबंधन किया है। आने वाले चुनावों में बीजेपी का सफाया होना तय है। यूपी, बिहार और झारखंड में लोकसभा की 134 सीटें हैं जिनमें से अभी 125 के आसपास बीजेपी के पास है। लेकिन इस चुनाव में बीजेपी इनमें से 100 से ज्यादा सीटें हारने वाली है।'
अखिलेश ने भी साधा मोदी-योगी पर निशाना
वहीं, अखिलेश ने मोदी सरकार और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, 'आज समाज का हर वर्ग बीजेपी से नाराज है। चाहे वो नौजवान हो या किसान हो। रोजगार के नाम पर युवाओं को धोखा दिया है।' योगी आदित्यनाथ के बयानों पर तंज कसते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया ने कहा, 'वह कहते हैं ठोक दो। जनता और पुलिस कन्फ्यूज हो गए कि किसको ठोक दें? नतीजा आपके सामने है। मुख्यमंत्री योगी ने भाषा के स्तर को गिराते हुए हमारे ऊपर आरोप लगाए, लेकिन हम समाजवादी लोग अपनी भाषा नहीं बदलेंगे।'
'यूपी में भाजपा को हराने के लिए SP-BSP का गठबंधन काफी'
तेजस्वी ने इस मौके पर एक बेहद ही महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा, 'यूपी में बीजेपी को हराने के लिए एसपी-बीएसपी का गठबंधन ही काफी है। इसका नजारा उपचुनावों के दौरान देखने को भी मिल चुका है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी सही नहीं है। इनके राज में अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है।' वहीं, महागठबंधन के PM उम्मीदवार के सवाल पर अखिलेश ने कहा, 'नए साल पर अगर नया प्रधानमंत्री हो तो कितना अच्छा रहेगा। आपमें से भी कई लोग चाहते हैं कि नई सरकार बने और नया प्रधानमंत्री बने।'