पणजी: कांग्रेस नेता और राज्यसभा सदस्य आनंद शर्मा ने रविवार को कहा कि अगर लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को सबसे ज्यादा सीटें मिलती हैं तो राहुल गांधी देश के अगले प्रधानमंत्री होंगे। शर्मा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी राजग सरकार का वही हाल होगा जो 2004 में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार का हुआ था और 'इंडिया शाइनिंग' अभियान के बावजूद भाजपा हार गई थी।
उन्होंने कहा, ‘‘नेतागण तय करेंगे कि अगला प्रधानमंत्री कौन होगा। यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि कौन सी पार्टी आगे है। अगर कांग्रेस आगे है तो अगले प्रधानमंत्री हमारे प्रमुख राहुल गांधी होंगे।’’ शर्मा ने कहा, ‘‘चुनाव पूर्व गठबंधन होते हैं और चुनाव के बाद भी गठबंधन होते हैं। यह सब नतीजों पर निर्भर करेगा।’’ मौजूदा चुनाव में भाजपा के प्रदर्शन की भविष्यवाणी करते हुए शर्मा ने कहा, ‘‘यही सवाल 2004 में भी हमारे सामने रखा गया था जब अटल बिहारी वाजपेयी के रूप में कहीं बेहतर प्रधानमंत्री थे, लेकिन क्या हुआ था? ‘भारत उदय’ नाकाम हो गया था, वही अब होने वाला है।”
उन्होंने दावा किया, ‘‘मैं कोई ज्योतिषी नहीं हूं लेकिन एक बात मैं आपसे कह सकता हूं कि मोदी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे और भाजपा हार जाएगी। कांग्रेस को अधिक संख्या में सीटें मिलेंगी।’’ शर्मा ने कहा, ‘‘सवाल यह है कि विमर्श का विषय क्या है? क्या पीएम लोगों से कुछ वादा कर रहे हैं? क्या पीएम को पिछले पांच वर्षों के दौरान अपने कार्यों का हिसाब नहीं देना चाहिए?’’
उन्होंने कहा कि 2014 में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान किए गए वादों को पूरा नहीं करने के लिए प्रधानमंत्री को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री और भाजपा अपने अभियान में भावनात्मक अपीलों का सहारा ले रहे हैं। शर्मा ने आरोप लगाया, ‘‘वे लोगों की भावनाओं के साथ खेल रहे हैं। यह शर्म की बात है। इस देश के इतिहास में पहली बार प्रधानमंत्री सशस्त्र बलों का उपयोग राजनीतिक एजेंडे के लिए कर रहे हैं। इसके लिए उनकी निंदा की जानी चाहिए।’’
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘भारतीय सेना नरेंद्र मोदी सरकार की नहीं है। यह लोगों और राष्ट्र की है। उन्होंने हमारे सैनिकों की शहादत और बलिदान का अपमान किया है।’’ शर्मा ने कहा कि आतंकवाद से मुकाबले के बारे में भाजपा को कांग्रेस को सीख देने की जरूरत नहीं है क्योंकि देश की सबसे पुरानी पार्टी ने इस लड़ाई में दो प्रधानमंत्रियों- इंदिरा गांधी और राजीव गांधी- को खोया है।