नई दिल्ली: दावे लाखों के लेकिन हकीकत सैंकड़ों की। कुछ ऐसी ही हालत है कांग्रेस की। कुछ ऐसी ही हालत है कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की और इसका एक जीता जागता नमूना दिखा है दिल्ली के चांदनी चौक में जहां राहुल गांधी जनसभा करने पहुंचे थे। एक ऐसी सभा जिसमें से जन ही गायब थे। यानी जनसभा में कुर्सियां खाली पड़ी थीं और राहुल मुट्ठी भर लोगों के सामने बड़ी बड़ी बातें कर रहे थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रहे थे।
दिल्ली के चांदनी चौक मे राहुल अपनी पार्टी के कैंडिडेट जेपी अग्रवाल के लिए वोट मांगने पहुंचे थे। मंच पर दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, वरिष्ठ कांग्रेस नेता पीसी चाको, हारुन युसुफ, खुद जेपी अग्रवाल और सासंद केसी वेणुगोपाल मौजूद थे। साथ ही दिल्ली कांग्रेस के और भी तमाम दिग्गज मंच पर जमा थे लेकिन राहुल की जनसभा से जनता गायब थी। चंद लोगों की मौजूदगी के बीच राहुल अपने सबसे बड़े सियासी दुश्मन पर तीर चला रहे थे और दावा कर रहे थे कि देश में कांग्रेस की हवा है।
इस हवाहवाई हमले के बीच जब कैमरा जनता की ओर घूमा तब जाकर पता चला कि कांग्रेस की कितनी हवा है। कोई कुर्सी पर अलसाया हुआ पैर ऊपर करके बैठा था, कोई खाली कुर्सी पर चढ़कर राहुल का हैरान करने वाला भाषण सुन रहा था और जो थोडी बहुत महिलाएं मौजूद थीं वो भी बिना मन से भाषण सुनने के लिए बैठी दिखाई दे रही थीं।
राहुल को सुनने वाले मंच के सामने भीड़ लगाकर खड़े थे लेकिन जब कैमरा पीछे गया तो सारी की सारी कुर्सियां खाली नज़र आ रही थीं। जब इस बारे में लोगों से बात की तो उन्होंने रैली के आयोजन और आयोजकों पर सवाल उठाए। हालांकि कांग्रेस को लेकर लोगों की राय यहां मिली जुली है। कुछ लोगों के मुताबिक़ यहां राहुल की लहर है तो कुछ के मुताबिक़ राहुल की हवा तक नहीं है।
चांदनी चौक में सीधा मुकाबला बीजेपी के डॉ. हर्षवर्धन, कांग्रेस के जेपी अग्रवाल और आप के पंकज गुप्ता के बीच है लेकिन वोटर के दिल में कौन है इसका पता 12 मई को वोटिंग और 23 मई को नतीजों से पता चलेगा।