नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी की नवनियुक्त महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने लोकप्रियता के मामले में पार्टी अध्यक्ष और अपने भाई राहुल गांधी को पीछे छोड़ दिया है। उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में कराए गए इंडिया टीवी सीएनएक्स-ओपनियन पोल में यह बात सामने आई।
लोगों से जब यह पूछा गया कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के पीएम उम्मीदवार के तौर पर राहुल गांधी और प्रियंका में से आप किसे पसंद करेंगे, यूपी में 45.71 फीसदी लोगों ने प्रियंका गांधी को अपनी पसंद बताया जबकि 39.95 फीसदी लोगों ने राहुल गांधी को पीएम पद के उम्मीदवार के तौर पर पसंद किया। शेष लोगों ने अपना कोई मत व्यक्त नहीं किया। इस ओपिनियन पोल के नतीजों का प्रसारण आज शाम इंडिया टीवी पर किया गया।
उत्तर प्रदेश में बीजेपी के समर्थकों के बीच कराए गए सर्वे में 55.08 फीसदी लोगों ने प्रियंका को अपनी पसंद बताया जबकि 20.64 फीसदी लोगों की पसंद राहुल गांधी रहे। उत्तर प्रदेश में महागठबंधन (एसपी-बीएसपी) समर्थकों के बीच कराए गए सर्वे में भी 52.00 फीसदी लोगों ने प्रियंका को अपनी पसंद बताया जबकि 35.76 फीसदी लोगों राहुल को अपनी पसंद बताया जबकि शेष लोगों ने अपनी कोई राय नहीं दी।
सर्वे में यह पूछे जाने पर कि भारत का अगला प्रधानमंत्री किसे होना चाहिए, यूपी के 47.36 फीसदी मतदाताओं ने पीएम नरेंद्र मोदी को पसंद किया, 17 फीसदी लोगों ने प्रियंका को, 16.71 फीसदी लोगों ने राहुल गांधी, 10.19 फीसदी लोगों ने बीएसपी सुप्रीमो मायावती को और शेष 8.74 फीसदी लोगों ने अन्य राजनेताओं का नाम लिया।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए मोदी सरकार द्वारा अध्यादेश लाने में नाकाम रहने के बाद भी उत्तर प्रदेश के 65.22 फीसदी मतदाताओं ने कहा कि वे लोकसभा चुनाव में भाजपा को वोट देंगे। केवल 10.18 फीसदी मतदाताओं ने कहा कि वे बीजेपी को वोट नहीं देंगे, जबकि शेष 24.60 फीसदी मतदाताओं ने किसी पार्टी विशेष के प्रति कोई प्रतिबद्धता नहीं जताई।
केंद्र सरकार द्वारा हाल में आर्थिक रूप से पिछड़ों को 10 फीसदी आरक्षण देने के फैसले को बीजेपी के 54.78 फीसदी समर्थकों ने अच्छा कदम बताया। कांग्रेस के 44.78 फीसदी समर्थकों ने और महागठबंधन (एसपी-बीएसपी) के 35.75 फीसदी समर्थकों ने भी इस फैसले की तारीफ कर इसे अच्छा कदम बताया।
ओपिनियन पोल के मुताबिक बीजेपी के 20.18 फीसदी समर्थक, कांग्रेस के 40 फीसदी समर्थक और महागठबंधन के 40.23 फीसदी समर्थकों ने इसे केवल चुनावी हथकंडा बताया है।
सीएनएक्स ने कहा कि यह सर्वे उत्तर प्रदेश के 43 लोकसभा सीटों पर 8,600 मतदाताओं के बीच कराया गया। 22 जनवरी को प्रियंका गांधी की महासचिव के तौर पर नियुक्ति की घोषणा के बाद 23 जनवरी से 27 जनवरी के बीच 43 लोकसभा क्षेत्र में से प्रत्येक क्षेत्र से 200 सैम्पल लिए गए।
इस ओपिनियल पोल के आधार पर सीएनएक्स ने अनुमान जताया है कि उत्तर प्रदेश में इन 43 सीटों में से एनडीए 20 सीटें जीत सकती है, महागठबंधन के खाते में 19 सीटें जा सकती है जबकि कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए को केवल 4 सीटों पर सफलता मिल सकती है। पिछले साल दिसंबर में जब एसपी-बीएसपी ने महागठबंधन का ऐलान किया था, उस वक्त सीएनएक्स ने अनुमान जताया था कि महागठबंधन को 26 सीटों पर कामयाबी मिल सकती है, एनडीए 15 सीटें जीत सकती है और कांग्रेस दो सीटें जीतने में कामयाब हो सकती है। सर्वे के मुताबिक प्रियंका की एंट्री होने से एनडीए को 5 सीटों का फायदा मिल सकता है, जबकि महागठबंधन को तीन सीटों का नुकसान हो सकता है वहीं कांग्रेस के खाते में दो सीटों की बढ़त नजर आ रही है।