नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने एक दिन पहले उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में रोड शो किया लेकिन प्रचार के अंतिम दिन कुछ ऐसा हो गया जिससे कांग्रेस के समर्थकों को जोर का झटका लगा। मुस्लिम वोटरों को साधते-साधते प्रियंका ऐसी गलती कर बैठीं जिसका सराहनपुर में कांग्रेस को खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
रोड शो में भीड़ को देखकर ऐसा लग रहा था मानों पूरा सहारनपुर ही सड़क पर आ गया हो। प्रियंका के साथ मोदी की बोटी-बोटी करने वाले बयान से सुर्खियां बटोरने वाले सहारनपुर से कांग्रेस उम्मीदवार इमरान मसूद भी मौजूद थे। प्रियंका के रोडशो में भीड़ तो उमड़ी थी लेकिन एक गडबड़ भी हो गई। रोडशो जिस रास्ते से गुजर रहा था उस रास्ते में जैन मंदिर पड़ता है।
पुजारी के साथ लोग मंदिर में पूजा की थाली के साथ तैयार थे। लोगों को उम्मीद थी प्रियंका जब यहां से गुजरेंगी तो मंदिर में दर्शन करेंगी। उनका काफिला मंदिर के सामने से निकला लेकिन प्रियंका मंदिर की चौखट तक नहीं आईं। इसके बाद हंगामा ऐसा बरपा कि लोग एक पल में कांग्रेस की मुखालफत पर उतर आए।
महज 10 मिनट में रोड शो का नजारा बदल गया। कांग्रेस के रोडशो में पहुंचे लोग चौकीदार की ईमानदारी में कसीदे पढ़ने लगे। आखिर मंदिर में न आने की वजह क्या रही, क्या प्रियंका गांधी के प्रोग्राम में अचानक कोई तब्दीली आ गई या फिर उन्हें मंदिर जाने से किसी ने मना कर दिया। क्या प्रियंका के मंदिर मार्ग में वोट बैंक आ गया।
जब ये सवाल मंदिर में प्रियंका गांधी का इंतज़ार कर रहे लोगों से पूछा तो उन्होंने छूटते ही इमरान मसूद का नाम लिया। हालांकि कांग्रेस के लिए सहारनपुर की राह इतनी आसान भी नहीं दिख रही है क्योंकि एक तरफ कांग्रेस ने इमरान मसूद को चुनाव मैदान में उतारा है वहीं दूसरी ओर महागठबंधन ने भी फजलुर रहमान को बीएसपी प्रत्याशी के तौर पर टिकट दिया है। जाहिर है इससे सहारनपुर में मुस्लिम वोट बंटने की संभावना है और इसका फायदा सीधे बीजेपी के मौजूदा सांसद राघव लखनपाल को मिल सकता है।