लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ओबीसी चेहरा और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या का मानना है कि राहुल, प्रियंका का मौजूदा लोकसभा चुनाव में कोई अस्तित्व नहीं है और दोनों पहले ही मैदान छोड़कर भाग चुके हैं, और उनकी मां सोनिया गांधी भी रायबरेली से इस बार विदा हो जाएंगी, यानी चुनाव हार जाएंगी। उन्होंने कहा, "कांग्रेस और प्रियंका गांधी हमारे लिए कोई चुनौती नहीं हैं। पहले चर्चा थी कि प्रियंका वाड्रा बनारस से मोदी जी (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी। राहुल पहले ही अमेठी छोड़कर भाग चुके हैं, दोनों भाई-बहन प्रदेश छोड़कर भाग चुके हैं, और अब उनकी मां सोनिया गांधी की रायबरेली सीट बची है, और इस बार वहां भी भाजपा का कमल खिलने जा रहा है।"
केशव ने सपा-बसपा गठबंधन को भी सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा, "गठबंधन कोई चुनौती नहीं है। चारों तरफ कमल खिल रहा है। मोदी समीकरण के आगे विरोधियों के जातीय और गठबंधन के समीकरण फेल हैं। लोगों को सुशासन, विकास और सुरक्षा चाहिए। गरीब को आयुष्मान योजना का कार्ड चाहिए। अंधेरे में रहने वालों को सौभाग्य वाली बिजली और रोजगार चाहिए। इसीलिए जनता ने भाजपा की सेवा करने वाली सरकार को अवसर दिया है।"
उन्होंने कहा, "गठबंधन करने वाले लोग सेवा नहीं, शोषण करने और लूटने वाले लोग हैं। इन्हें नकार दिया गया है। मोदी ने ऐसा कर दिया है कि अब जो भी आएगा, उसे सेवा करनी पड़ेगी। यही वजह है कि विरोधियों में बेचैनी है। वे जान चुके हैं कि केवल भाषणों से काम नहीं चलेगा।"
केशव ने कहा, "बसपा मुखिया मायावती हमेशा से ही पूंजीपतियों को टिकट देती आ रही हैं। चाहे वह अपराध के माध्यम से पैसा लाएं, चाहे वह अनैतिक व्यापार से धन एकत्रित करने वाला हो, जिसके पास पूंजी है, वही बसपा का प्रत्याशी है।"
मायावती और अखिलेश के मोदी की जाति बताने पर उन्होंने कहा, "वह असली हैं या फर्जी, यह तो देश की जनता ने 2014 में ही तय कर दिया था। तब वह जीरो पर थीं और 2019 में भी माया अपने गठबंधन के साथ जीरो पर ही रहेंगी। प्रदेश में सपा और कांग्रेस ने जिन सीटों को जीता था, अब वहां भी कमल खिलेगा।"
केशव ने परिवारवाद के सवाल पर कहा, "सपा और कांग्रेस परिवारवाद की राजनीति कर रहीं हैं। बसपा उनका साथ दे रही है, लेकिन भाजपा ने विकासवाद, राष्ट्रवाद, सच्चे लोकतंत्रवाद के आधार पर काम किया है और आगे भी बढ़ रही है। केशव ने कहा कि भाजपा को 73 से ज्यादा सीटें मिलेंगी।"
उपमुख्यमंत्री ने विपक्षियों के पिछड़े वर्ग की अनदेखी के सवाल पर कहा, "देश का प्रधानमंत्री और मैं स्वयं पिछड़े वर्ग से हैं। पिछड़े वर्ग को जितना सम्मान भाजपा में मिला है, शायद ही किसी पार्टी में मिला होगा। भाजपा में दलितों को भी उचित स्थान दिया गया है। मोदी जी ने कुंभ के दौरान दलितों के चरण धोकर उनका वाजिब सम्मान किया। वह गदगद हैं। दलितों को सरकार और संगठन में हिस्सेदारी दी गई है। इन वर्गो के लोगों को टिकट दिया गया है।"
उन्होंने कहा, "मोदी और योगी सरकार के काम का असर भी इस चुनाव में पड़ेगा। जनता के हित में काफी काम हुआ है। वर्ष 2014 का रिकार्ड टूट कर नया बनेगा। राजग पहले से और बड़े बहुमत से सरकार बनाएगा।"
चुनाव प्रचार के दौरान नेताओं द्वारा की जा रही घृणास्पद बयानबाजी पर उन्होंने कहा, "कटु वचन (हेट स्पीच) न बोलने का सर्वाधिक ध्यान भाजपा की ओर से रखा जाता है। अन्य दलों को भी इसका ध्यान रखना चाहिए। भाजपा एक अनुशासित पार्टी है। प्रधानमंत्री भी कह चुके हैं कि भूल से भी विरोधी के बारे में गलत शब्दावली का इस्तेमाल न हो, क्योंकि वह भी लोकतंत्र को मजबूत करने में अहम भूमिका अदा कर रहे हैं। विपक्षियों से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, परंतु किसी से कोई खेत-मेड़ की लड़ाई नहीं है।"
उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव द्वारा भाजपा को भागती जनता पार्टी बताए जाने पर कहा, "यह तो अखिलेश जी को सोचना चाहिए कि किसको जनता ने भगाया है और अब कौन भाग रहा है। इस बार वह कन्नौज और आजमगढ़ हार रहे हैं।"
केशव ने कहा, "भाजपा दलित, अगड़े, पिछड़े की त्रिवेणी है। यह विकासवाद-भ्रष्टाचार से मुक्ति और आतंकवाद को कुचलने की नीति पर आगे बढ़ रही है। इस चुनाव में भाजपा का मुद्दा देश में विकास व भ्रष्टाचार खत्म करने का है, एक मजबूत सरकार बनाकर देश को और सशक्त बनाने का है। विपक्ष के पास मुद्दा नहीं है, उन्हें जनता ने नकार दिया है।"