अयोध्या: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए खुद के इस सीट से चुनाव लड़ने की मंशा संबंधी अटकलों को और हवा दे दी। प्रियंका ने गुरुवार रात रायबरेली में पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान एक कार्यकर्ता के सुझाव पर रायबरेली से चुनाव लड़ने के सुझाव पर हल्के फुल्के अंदाज में कहा था "तो क्या मैं बनारस से ना लड़ जाऊं"।
प्रियंका ने आज अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपने ही संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी को पर्याप्त समय ना देने का आरोप लगाकर उनके क्षेत्र वाराणसी से चुनाव लड़ने की अटकलों को और प्रबल कर दिया। हालांकि, प्रियंका ने वाराणसी से चुनाव लड़ने की संभावनाओं के बारे में सीधा सवाल पूछे जाने पर कहा था कि अगर पार्टी उनसे कहेगी तो वह कहीं से भी चुनाव लड़ेंगी।
कांग्रेस महासचिव ने आज अयोध्या में एक नुक्कड़ सभा में कहा कि केंद्र की पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के कार्यकाल में वाराणसी में मंजूर की गई 150 किलोमीटर लंबी सड़क में से सिर्फ 15 किलोमीटर का ही निर्माण किया गया और उसमें भी बड़ी संख्या में गड्ढे हो गए हैं। कांग्रेस महासचिव बनने के बाद पहली बार अयोध्या पहुंची प्रियंका ने कहा कि वाराणसी की जनता इस बात की गवाह है कि प्रधानमंत्री अपने करीब पांच साल के कार्यकाल में अपने ही संसदीय क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में नहीं गये। वह अमेरिका, चीन, जापान और अफ्रीका समेत बाकी पूरी दुनिया घूम आये लेकिन उन्हें अपने ही क्षेत्र के लिये समय नहीं मिला। यह बहुत बड़ी बात है। क्योंकि इससे पता चलता है कि इस सरकार का दिल उद्योगपतियों को और अमीर बनाने में लगा है, गरीबों का उत्थान करने में नहीं।
प्रियंका ने भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा ''इन लोगों ने संविधान, लोकतंत्र और संस्थाओं को नष्ट करने की पूरी योजना बना ली है। संविधान और लोकतंत्र जनता को मजबूत बनाते हैं। चूंकि ये लोग काम करने के बजाये सिर्फ बातें करते हैं इसलिये आपको मजबूत नहीं होने देना चाहते। देश में इससे दुर्बल सरकार और कोई नहीं रही है।''
उन्होंने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर तंज करते हुए कहा, ''जनता की आवाज सुनना सबसे बड़ी राजनीतिक शक्ति है। सरकार आपकी बात नहीं सुन रही है, यह शक्ति नहीं दुर्बलता है। इस सरकार में वह हिम्मत नहीं है कि आपकी बात सुने। वे (प्रधानमंत्री मोदी) गांव—गांव इसलिये नहीं जाते, क्योंकि वहां सचाई दिखायी देती है।''
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा हाल में न्याय योजना शुरू करने के वादे को लेकर भाजपा के तंज का जवाब देते हुए प्रियंका ने कहा कि जब यह घोषणा हुई तो भाजपा सरकार ने कहा कि यह सब चुनावी जुमले हैं और देश के पास इस योजना के लिये जरूरी धन ही नहीं है, लेकिन जब उद्योगपतियों का कर्ज माफ होना था, तब इसी सरकार के पास 317 हजार करोड़ रुपये कहां से आ गये थे। अब जनता को ही सोचना होगा कि उसने किस पर विश्वास किया था, और यह भी सोचिये कि क्या ऐसे लोगों पर दोबारा विश्वास करना चाहिये? इससे पहले प्रियंका ने हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन किए और क्षेत्र के विभिन्न गांव में जनसंपर्क किया। उसके बाद उन्होंने रोड शो में भी हिस्सा लिया।