अंबाला (हरियाणा): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष हमला बोलते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को कहा कि महाभारत के पात्र दुर्योधन में भी बहुत अहंकार था। प्रियंका ने यहां एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को ‘भ्रष्टाचारी नंबर 1’ कहे जाने पर भी मोदी की आलोचना की। उन्होंने मोदी को चुनौती दी कि लोगों का ध्यान हटाने के बजाय वह विकास जैसे मुद्दों पर लोकसभा चुनाव लड़ें।
अंबाला से कांग्रेस की उम्मीदवार कुमारी शैलजा के समर्थन में आयोजित सभा में कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘‘इस देश ने अहंकार और अहम को कभी माफ नहीं किया है। इतिहास इसका साक्षी है, महाभारत इसका साक्षी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दुर्योधन में भी ऐसा ही अहंकार था। जब भगवान कृष्ण उसे समझाने गये तो उसने उन्हें बंधक बनाने का प्रयास किया।’’
प्रियंका ने हिंदी कवि रामधारी सिंह दिनकर की कविता की पंक्तियां भी पढ़ीं- ‘‘जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है।’’ उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री में साहस है तो उन्हें विकास, रोजगार, किसानों और महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर लोकसभा चुनाव लड़ना चाहिए। प्रियंका ने कहा कि उन्हें जनता का सामना करना चाहिए और बताना चाहिए कि पिछले पांच साल में उन्होंने लोगों के लिए क्या किया है और भविष्य में उनकी क्या करने की योजना है।
उन्होंने कहा, ‘‘आप प्रधानमंत्री हैं, आप भाजपा के बड़े नेता हैं, आपको यह बात समझनी चाहिए। अन्यथा जनता आपको सबक सिखाएगी।’’ प्रियंका ने कहा कि देश की जनता बुद्धिमान है। आप जनता को गुमराह नहीं कर सकते। इस देश के लोग हर नेता को जवाबदेह बनाते हैं और वो आपको भी जवाबदेह बनाएंगे।
उन्होंने राजीव गांधी को ‘भ्रष्टाचारी नंबर 1’ कहने पर भी मोदी को आड़े हाथ लिया और कहा, ‘‘जब भाजपा नेता प्रचार के लिए जाते हैं तो मुद्दों की बात नहीं करते। वे यह नहीं बताते कि उन्होंने अपने वादे पूरे क्यों नहीं किये। वे दूसरे मुद्दों को उठाते हैं। कभी वो कहते हैं कि हाथी 70 साल से सो रहा था, कई बार वे शहीदों के नाम पर वोट मांगते हैं, और कई बार वे मेरे परिवार के लोगों का अपमान करते हैं जिन्होंने अपने प्राणों का बलिदान दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन वे आपकी जरूरतों, आपकी समस्याओं पर बात नहीं करते।’’ अंबाला में पूर्व केंद्रीय मंत्री शैलजा के मुकाबले भाजपा के मौजूदा सांसद रतन लाल कटारिया मैदान में हैं।