अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा की गुजरात इकाई की ओर से की जा रही मांग के बावजूद हो सकता है कि वह राज्य की किसी लोकसभा सीट से इस बार चुनाव नहीं लड़ें। भाजपा के एक नेता ने यहां यह जानकारी दी।
मोदी ने 2014 में गुजरात की वड़ोदरा और उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीटों से चुनाव जीता था और बाद में उन्होंने वड़ोदरा सीट छोड़ दी थी। प्रदेश भाजपा के एक नेता ने नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त पर बताया कि चूंकि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह गांधीनगर सीट से चुनाव लड़ेंगे, लिहाजा एक और राष्ट्रीय स्तर के नेता के राज्य से चुनाव लड़ने की संभावनाएं कम हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं समझता कि वे एक राज्य से राष्ट्रीय स्तर के दो नेताओं को उतारेंगे। गुजरात की किसी सीट से मोदी के चुनाव लड़ने की कोई संभावना नहीं है।’’ प्रदेश भाजपा नेताओं ने मोदी से गुजरात की किसी सीट से चुनाव लड़ने का अनुरोध किया है ताकि पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा हो सके।
गौरतलब है कि 2017 में हुए गुजरात विधानसभा चुनावों में भाजपा को पिछले दो दशकों में सबसे कम सीटें (99) मिली थीं जबकि कांग्रेस की सीटें 16 से बढ़कर 77 हो गई थीं। मंगलवार तक भाजपा में ऐसी अटकलें थीं कि मोदी सूरत से चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन पार्टी सूत्रों ने बताया कि यह सही नहीं हैं।
भाजपा ने सूरत सीट पर अपने उम्मीदवार की घोषणा अब तक नहीं की है। गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटों पर 23 अप्रैल को मतदान होंगे। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख चार अप्रैल है।