नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को आम आदमी पार्टी पर 2014 लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के लिए ‘विजय के द्वार खोलने’ का आरोप लगाया। दिल्ली में बीते 4 दिन में अपनी दूसरी रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि वह मानते हैं कि कांग्रेस ने कुछ गलतियां कीं, लेकिन इसकी नीयत बिल्कुल साफ है और पार्टी ऐसा कोई वादा नहीं करती जो पूरा न कर सके। पूर्वी दिल्ली से अपनी पार्टी के उम्मीदवार अरविंदर सिंह लवली के लिए प्रचार करते हुए उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐसे वादे किए जिन्हें पूरा नहीं किया जा सकता।
गठबंधन न होने पर भी केजरीवाल पर बरसे राहुल
गांधी ने कहा, ‘आम आदमी पार्टी ने (2014 में) नारा दिया था- 'मुख्यमंत्री के लिये केजरीवाल और प्रधानमंत्री के लिये नरेन्द्र मोदी'। आम आदमी पार्टी ने नरेंद्र मोदी के लिए (विजय के) द्वार खोले थे। आम आदमी पार्टी के कार्यालय में कोई भी 'चौकीदार चोर है' का नारा नहीं सुन सकता।’ राहुल ने सोमवार को अपनी रैली में गठबंधन की बातचीत नाकाम होने के लिए केजरीवाल को जिम्मेदार ठहराते हुए दावा किया था कि AAP के राष्ट्रीय संयोजक ने बन चुकी सहमति से यू-टर्न ले लिया और वह राष्ट्रीय राजधानी के अलावा भी कांग्रेस के साथ गठबंधन करना चाहते थे।
नोटबंदी को लेकर राहुल ने मोदी पर बोला हमला
केजरीवाल को सीलिंग के मुद्दे पर आड़े हाथों लेते हुए राहुल ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री यह कहते रहे कि वह सीलिंग पर कुछ नहीं कर सकते। गांधी ने कहा, ‘आप सत्ता में हैं। छोटे कारोबारी, दिल्ली की रीढ़ टूट रही है, सीलिंग जारी है। आप मुख्यमंत्री हैं और आप कह रहे हैं कि आप कुछ नहीं कर सकते? कांग्रेस ने संसद में इसे रोका।’ नोटबंदी और GST के लिए मोदी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि ‘राष्ट्रवादी नरेंद्र मोदी’ ने भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया।
‘केजरीवाल और मोदी कर रहे हैं झूठे वादे’
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने गलतियां कीं। मैं मानता हूं। लेकिन हमारी नीयत बिल्कुल साफ है। मैंने आपके खाते में 15 लाख रुपये डलवाने का झूठा वादा नहीं किया। मैंने 5 साल में 3.60 लाख रुपये देने का वादा किया। मैं यह नहीं कहूंगा कि आपको 15 लाख रुपये दूंगा। मुझे जान से मार दीजिये, लेकिन मैं यह नहीं कहूंगा। दूसरी ओर केजरीवाल और मोदी एक के बाद एक झूठे वादे कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आई तो वह न्यूनतम आय योजना लागू करेगी। उन्होंने अपनी पार्टी के मुख्य चुनावी वादे में से एक, सरकारी क्षेत्र में 22 लाख रिक्त पदों को भरने का वादा भी दोहराया।