पणजी: उत्तरी गोवा लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार गिरीश चोडांकर ने दावा किया है कि राज्य के चार बार मुख्यमंत्री रहे मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद सत्तारूढ़ भाजपा के लिए प्रदेश में सहानुभूति की कोई लहर नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी (एमजीपी) के कांग्रेस के साथ हाथ मिलाने के फैसले ने राज्य में पार्टी की चुनावी संभावनाओं को बेहतर किया है।
चोडांकर भाजपा प्रत्याशी एवं केंद्रीय मंत्री श्रीपद नायक के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं। चोडांकर ने शुक्रवार को अपने चुनावी प्रचार के दौरान कहा, “भाजपा नेताओं की उम्मीद के उलट, पर्रिकर के निधन के बाद पार्टी के लिए सहानुभूति की कोई लहर नहीं है।”
उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं का एक छोड़ा सा वर्ग है जो अब भी चुनाव में सहानुभूति का मुद्दा लेकर चल रहा है लेकिन पूरी पार्टी नहीं। गोवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जीपीसीसी) के अध्यक्ष ने कहा, “मतदाताओं का छोटा सा वर्ग सहानुभूति में बह सकता है। लेकिन बड़े पैमाने पर मतदाताओं के बीच ऐसी कोई लहर नहीं है और वे कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए दृढ़ हैं।”
पर्रिकर का इस साल 17 मार्च को निधन हो गया था। वह अग्नाशय के कैंसर से पीड़ित थे। चोडांकर ने कहा कि एमजीपी के समर्थन से गोवा में लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के दोनों उम्मीदवारों की चुनावी संभावनाओं को बल मिला है।