नई दिल्ली: बीजेपी ने अपने 182 उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए हैं और पहली लिस्ट जारी हो चुकी है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रचार प्लान भी रेडी है। होली खत्म हो गई है और चुनावी रंग जमना शुरु हो गया है। आज से लेकर 23 मई तक चुनाव के रंग में पूरा देश रंगा रहेगा। यूं तो चुनाव प्रचार की शुरुआत पीएम मोदी ने काफी पहले कर दी थी, लेकिन 25 मार्च के बाद से पूरी रणनीति के साथ वो लोगों के बीच जाएंगे। इसके लिए उन्होंने पार्टी के प्रधान अमित शाह और वित्त मंत्री अरूण जेटली के साथ पूरा प्लान तैयार कर लिया है।
प्रधानमंत्री मोदी 25 मार्च से लेकर मई के पहले हफ्ते तक लगभग 40 दिन तक रोज चुनाव प्रचार करेंगे। मोदी अलग-अलग सूबों में हर रोज़ तीन से चार रैलियों को संबोधित करेंगे और आखिरी एक रैली उस राज्य की राजधानी में होगी। इस हिसाब से पीएम मोदी की 40 दिनों में 160 रैलियां तो तय है। वैसे बताया जा रहा है कि रैलियों की संख्या 200 के करीब तक पहुंच सकती है क्योंकि हर राज्य की बीजेपी युनिट चाहती है कि उसके सूबे में हर फेज़ में प्रधानमंत्री मोदी ही रैलियों को संबोधित करें।
मोदी मैजिक को फिर दोहराने के लिए प्रधानमंत्री जब मैदान में उतरेंगे तो उनका फोकस होगा सशक्त भारत पर। मोदी अपने भाषण में गुड गवर्नेंस को पूरी तरजीह देंगे। इसी धुरी पर प्रधानमंत्री मोदी का पूरा प्रचार अभियान होगा। बीजेपी का पूरा फोकस इस बार पश्चिम बंगाल, ओडिशा और नॉर्थ-ईस्ट पर है जहां से ज्यादा से ज्यादा सीटें निकालकर हिंदी पट्टी की खाई को भरने की पूरी कोशिश होगी। एक तरफ जहां प्रधानमंत्री मोदी सुपर स्टार की तरह जनता के बीच जाकर समर्थन को लहर में तब्दील करेंगे तो वहीं दूसरी तरफ दिल्ली में बैठे रणनीतिकार, रणनीतिक लड़ाई लड़ेंगे।
वित्त मंत्री अरुण जेटली दिल्ली में वॉर रूम में रहेंगे। उनके साथ कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद होंगे। वहीं प्रवक्ताओं के पैनल को हर सुबह ट्रेनिंग दी जा रही है। इस तरह बीजेपी विपक्ष के सारे चक्रव्यूह को भेदकर फिर से सत्तासीन होने की तैयारी कर रही है। मुख्य मोर्चे पर फिर से प्रधानमंत्री मोदी तैयार हैं तो पीछे उनके सिपहसालार अपने हिसाब से लगे हुए हैं।