नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के वोटों की गिनती शुरू होने में अब कुछ दिन ही बचे हैं। वहीं एग्जिट पोल के नतीजे इशारा कर रहे हैं कि नरेंद्र मोदी एक बार फिर आने वाले हैं लेकिन इन नतीजों से विपक्ष की घबराहट बढ़ गई है और ईवीएम पर हंगामा शुरू हो गया है। इसी क्रम में जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी ईवीएम की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट किया कि ईवीएम बदलने की खबरें लगातार आ रही हैं, लेकिन अभी तक चुनाव आयोग की तरफ से कोई सफाई नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि जिस तरह एग्जिट पोल के बाद इस तरह की लहर बनाने की कोशिश हो रही है, ये एक तरह से दूसरे बालाकोट की तैयारी है।
महबूबा ही नहीं एग्जिट पोल आते ही ममता बनर्जी ने कह दिया कि हजारों ईवीएम में हेरफेर करने या बदलने की साजिश है। अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने कह दिया सारा खेल ईवीएम का ही है। यही नहीं वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि ईवीएम में छेड़छाड़ की नहीं बल्कि अदला-बदली की आशंका है।
ईवीएम पर सवाल तो सब उठा रहे हैं लेकिन इंतजार नतीजे का कर रहे हैं क्योंकि यूपी का महागठबंधन हो या फिर बंगाल की दीदी, एग्जिट पोल ने उनके कदमों के नीचे से जमीन खींच ली है। अगर एग्जिट पोल के अनुमान सही हुए तो ये विपक्ष की हार सिर्फ सीटों से नहीं होगी, सियासत से भी होगी।