लोकसभा चुनावों में सपा-बसपा गठबंधन के चलते मायावती और अखिलेश तो मंच पर एक साथ दिखाई दे रहे हैं, लेकिन सभाओं में सपा कार्यकर्ताओं के उपद्रव से बसपा सुप्रीमो काफी खफा हैं। शनिवार को फिरोजाबाद की रैली में सपाइयों के उपद्रव से माया का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने मच से ही अखिलेश के कार्यकर्ताओं को नसीहत दे डाली।
मायावती ने मंच से कहा कि सपा के लोगों को बसपा के कार्यकर्ताओं से अनुशासन सीखने की जरूरत है। हालांकि मायावती के इस तरह भड़कने पर सपा के कार्यकर्ता भी उनकी बर्थडे पर केक की लूट करने वाले बसपा के लोगों की याद दिला रहे हैं।
बता दें शनिवार को मायावती फिरोजाबाद में एक रैली को संबोधित कर रही थीं। तभी भीड़ में से नारेबाजी होने लगी। मायावती इतनी भड़क गई कि उन्होंने मंच से अखिलेश के सामने ही एसपी कार्यकर्ताओं को बीएसपी कार्यकर्ताओं से सीख लेने की नसीहत दे दी।
मायावती के ये बोल बता रहे हैं, कि सियासत में साथ आ गए हैं तो इसका मतलब ये नहीं कि समाजवादी पार्टी की सियासत का बिगड़ा हुआ सलीका भी बीएसपी ने स्वीकार कर लिया है । फिरोजबाद में अखिलेश यादव भी मंच पर थे लेकिन लोहिया की समाजवादी परंपरा एक बार फिर फिरोजाबाद में चरमरा गई । मायावती मंच पर थी लेकिन उनकी बातों को सुनने की बजाय समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता नारेबाजी कर रहे थे ।